बिहार

Bihar Election : पवार का दावा मोदी-नीतीश की हार से आश्चर्य नहीं

बिहार की जनता गरीब लेकिन राजनितिक तौर पर समझदार : शरद पवार

अकोला : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरद पवार (राकांपा-एसपी) के नेता शरद पवार ने शनिवार को कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) बिहार विधानसभा चुनाव हार जाता है तो उन्हें आश्चर्य नहीं होगा क्योंकि इस समय पूर्वी राज्य के लोग बदलाव चाह रहे हैं।

बिहार की राजनीति निर्णायक होती है

पवार ने पत्रकारों से कहा कि बिहार देश के बाकी राज्यों से अलग है और यह भारतीय राजनीति के कुछ निर्णायक क्षणों का साक्षी रहा है। वरिष्ठ नेता ने कहा कि हालांकि उन्होंने बिहार में प्रचार नहीं किया है लेकिन राज्य में अपने संपर्कों से मिली जानकारी के अनुसार, अगर राजग सत्ता खो देता है तो उन्हें आश्चर्य नहीं होगा।

बदलाव चाहती है जनता

पवार ने यह भी कहा कि, ‘बिहार एक गरीब राज्य है लेकिन यहां के नागरिक राजनीतिक रूप से जागरूक हैं। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान चंपारण में महात्मा गांधी का आंदोलन, आपातकाल के खिलाफ जयप्रकाश नारायण का आंदोलन और विपक्ष में रहते हुए इंदिरा गांधी का हाथी पर सवार होकर बेलछी का दौरा करना, भारतीय राजनीति के निर्णायक क्षण हैं।’

बिहार चुनाव से जरुरी बातें

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 65.08 प्रतिशत मतदान हुआ जो राज्य के इतिहास में अब तक का सबसे अधिक मतदान है। सत्तारूढ़ राजग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दो दशक के शासन के आधार पर राज्य में सत्ता बरकरार रखने की उम्मीद कर रहा है जबकि राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व वाला विपक्ष कुशासन का हवाला देते हुए एवं नौकरी देने के वादों के साथ वोट मांग रहा है।

पवार ने मतदाता सूची में अनियमितताओं को लेकर लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत के निर्वाचन आयोग (ईसीआई) को कांग्रेस नेता की शिकायतों पर ध्यान देना चाहिए और उसके अनुसार कदम उठाना चाहिए।

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