बंगाल

मेरे बेटे को कब न्याय मिलेगा?, मृत्युंजय के पिता ने उठाया सवाल

कालियागंज : 2023 की इस दुर्भाग्यपूर्ण रात को, निर्दोष मृत्युंजय को राज्य पुलिस ने गोली मार दी। मृत्युंजय की पत्नी अभी भी न्याय की प्रतीक्षा कर रही है। न केवल मृत्युंजय की पत्नी, बल्कि मृत्युंजय के बुजुर्ग माता-पिता भी पिछले दो वर्षों से न्याय की उम्मीद में दिल थामे बैठे हैं। लेकिन राजनीतिक दलों के वादों के अलावा कुछ नहीं हुआ। कालियागंज प्रखंड के राधिकापुर क्षेत्र के चांदगांव के मासूम पीड़ित मृत्युंजय बर्मन के परिवार के आंसू रोते-रोते सूख गए हैं। अपने बेटे की मौत की घटना और आरोपियों के नाम की जानकारी कालियागंज थाना और जिला पुलिस को देने के बावजूद अब तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। मृत्युंजय के बुजुर्ग पिता ने दुख जताते हुए कहा, “क्या मेरे बेटे को न्याय मिलेगा?” हालांकि, मृत्युंजय की विधवा गौरी बर्मन को राज्य के विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी के प्रयासों से कोलकाता में एक अस्थायी नौकरी प्रदान की गई है। दो साल पहले कालियागंज कस्बे में एक लड़की के साथ बलात्कार का आरोप लगा था। उस समय पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कालियागंज पुलिस थाने में तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने इस घटना में शामिल होने के संदेह में कई लोगों को गिरफ्तार किया है। उस समय तत्कालीन कालियागंज थाने के एक पुलिस अधिकारी पर देर रात पुलिस छापेमारी के दौरान गांव के मृत्युंजय बर्मन को गोली मारने का आरोप लगा था। लेकिन राज्य पुलिस ने आज तक इस पुलिसकर्मी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। रायगंज लोकसभा क्षेत्र के सांसद कार्तिक चंद्र पाल भी शांतिपूर्ण स्मरणोत्सव समारोह में उपस्थित थे। रायगंज के सांसद और कालियागंज के बेटे कार्तिक चंद्र पाल सहित भाजपा नेताओं ने कहा कि वे सभी यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं कि मृत्युंजय के परिवार को उचित न्याय मिले।

SCROLL FOR NEXT