सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : भारत में सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) नेटवर्क के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अलीपुरदुआर में सीजीडी परियोजना की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री ने कहा कि अलीपुरदुआर की सीमा भूटान से लगती है, जबकि असम दूसरी तरफ इसका स्वागत करता है, जिसके दोनों ओर जलपाईगुड़ी की प्राकृतिक सुंदरता और कूचबिहार का गौरव है जो इस क्षेत्र का अभिन्न अंग है।
पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत एक विकसित राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर है, इसलिए बंगाल की भागीदारी अपेक्षित और अनिवार्य दोनों है।’पीएम मोदी ने कहा, ‘बंगाल का विकास भारत के भविष्य का आधारभूत स्तंभ है।’ उन्होंने अलीपुरदुआर और कूचबिहार में सिटी गैस वितरण परियोजना के शुभारंभ की घोषणा की, जो 2.5 लाख से अधिक घरों को स्वच्छ, सुरक्षित और सस्ती पाइप्ड गैस उपलब्ध कराएगी। पीएम मोदी ने कहा कि इस पहल से एलपीजी सिलेंडर खरीदने की चिंता खत्म हो जाएगी, जिससे परिवारों को सुरक्षित गैस आपूर्ति सुनिश्चित होगी। इसके अतिरिक्त, सीएनजी स्टेशनों के विस्तार से हरित ईंधन तक पहुंच बढ़ेगी, जिसके परिणामस्वरूप लागत बचत, समय दक्षता और पर्यावरणीय लाभ होंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि ‘सिटी गैस वितरण परियोजना केवल एक पाइपलाइन पहल नहीं है, बल्कि आवश्यक सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।’
प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि 2014 में, शहरी गैस सेवाएं केवल 66 जिलों में उपलब्ध थीं, जबकि आज, शहरी गैस वितरण नेटवर्क देश भर के 550 से अधिक जिलों तक फैल चुका है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह नेटवर्क अब गांवों और छोटे शहरों तक पहुंच रहा है, जिससे लाखों घरों में पाइप से गैस की पहुंच सुनिश्चित हो रही है। उन्होंने कहा कि सीएनजी को व्यापक रूप से अपनाने से सार्वजनिक परिवहन में बदलाव आया है, जिससे प्रदूषण के स्तर में उल्लेखनीय कमी आई है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस बदलाव से न केवल नागरिकों का स्वास्थ्य बेहतर होता है, बल्कि वित्तीय बोझ भी कम होता है।
पीएम मोदी ने रेखांकित किया कि 2016 में शुरू की गई इस योजना ने लाखों गरीब महिलाओं के जीवन में महत्वपूर्ण सुधार किया है, उन्हें धुएं से भरी रसोई से राहत प्रदान की है। पीएम मोदी ने यह भी बताया कि 2014 में देश में 14 करोड़ से भी कम एलपीजी कनेक्शन थे, जबकि आज यह संख्या 31 करोड़ को पार कर गई है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले भारत में 14,000 से भी कम एलपीजी वितरक थे, जबकि आज यह संख्या बढ़कर 25,000 से अधिक हो गई है। पीएम ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पूर्वी राज्यों को जोड़ने के लिए गैस पाइपलाइनों का विस्तार किया गया है, जिससे पश्चिम बंगाल और अन्य क्षेत्रों में गैस की पहुंच में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
पीएम ने पूर्वा एक्सप्रेसवे, दुर्गापुर एक्सप्रेसवे, श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह का आधुनिकीकरण, कोलकाता मेट्रो का विस्तार, न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन का परिवर्तन और डुआर्स मार्ग पर नई ट्रेनों की शुरुआत जैसी प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार, विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी, अलीपुरदुआर के संसद सदस्य मनोज तिग्गा सहित अन्य गण्यमान्य मौजूद थे।