कोलकाता : आज जिस कोलकाता मेट्रो का जाल शहर के विभिन्न कोनों तक फैल चुका है, उसकी नींव में एक बड़ा योगदान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी है, जब उन्होंने रेल मंत्री के रूप में कार्य किया था। उनके कार्यकाल के दौरान कोलकाता मेट्रो के विस्तार परियोजनाओं को मंजूरी दी गई थी, जिससे आज लाखों यात्रियों को सुगम और तेज परिवहन सुविधा मिल रही है। शुक्रवार को तीन नये मेट्रो मार्गों का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उद्घाटन किया लेकिन इसकी प्लानिंग तभी हो गयी थी जब ममता बनर्जी रेल मंत्री थीं। इतना ही नहीं बंगाल की मुख्यमंत्री होने के बाद भी उन्होंने मेट्रो परियोजनाओं के लिए हमेशा खड़ी रहीं। उन्होंने मेट्रो रेल के लिए कई कदम उठाये थे।
शुक्रवार को सीएम ममता बनर्जी ने खुद ट्वीट करते हुए कहा कि रेल मंत्री के उनके दूसरे कार्यकाल में उन्होंने कोलकाता में मेट्रो विस्तार परियोजनाओं को मंजूरी दी थी। ममता बनर्जी ने मेट्रो विस्तार के लिए ब्लूप्रिंट तैयार किए, धन की व्यवस्था की, कार्य शुरू किए। वरिष्ठ नेताओं और घटनाक्रम से वाकिफ सूत्रों ने बताया कि मूल मेट्रो लाइन सेंट्रल एवेन्यू से होकर जानी थी, लेकिन ममता बनर्जी ने ही रेलवे से इसे बीबीडी बाग और एस्प्लेनेड होते हुए सियालदह से जोड़ने का सुझाव दिया था। एक सूत्र ने बताया कि इसी के अनुसार, रूट को नया रूप दिया गया।
विश्वस्तरीय स्टेशन, ममता बनर्जी के विजन का परिणाम :
विकसित किये जा रहे 101 विश्वस्तरीय स्टेशन, रेल मंत्री के रूप में ममता बनर्जी के विजन का परिणाम हैं। ममता बनर्जी जब रेल मंत्री थीं उस दौरान उन्होंने मेट्रो को लेकर कई योजनाएं तैयार की थीं। एक रिपोर्ट के मुताबिक बनर्जी ने 2009-10 के अपने रेल बजट भाषण में न्यू गरिया और एयरपोर्ट के बीच रूट की घोषणा की थी। उन्होंने बारासात और नोआपाड़ा के बीच एयरपोर्ट को जोड़ने वाले प्रस्तावित मेट्रो लिंक की भी घोषणा की थी। अब, प्रधानमंत्री नोआपाड़ा से एयरपोर्ट रूट का उद्घाटन किया। ममता बनर्जी ही थीं जिन्होंने सबसे पहले अपने बजट भाषण में 50 विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन बनाने की घोषणा की थी और बाद में 2010-11 के बजट में उन्होंने 10 और विश्वस्तरीय स्टेशन बनाने की घोषणा की। अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में विकसित किए जा रहे 101 विश्वस्तरीय स्टेशन, रेल मंत्री के रूप में मुख्यमंत्री बनर्जी के विजन का परिणाम हैं।