बंगाल

हावड़ा में स्टेशन से लेकर ब्रिज तक तृणमूल कार्यकर्ताओं का सैलाब, 'जय बांग्ला' के लगे नारे

तृणमूल का शहीद दिवस और सावन का सोमवार एक साथ मना दूर-दूर से धर्मतल्ला पहुंचे कार्यकर्ता व समर्थक हाथों में पार्टी का 150 फीट लंबा झंडा लिए पहुंचे समर्थक

सन्मार्ग संवाददाता

हावड़ा : 21 जुलाई यानी शहीद दिवस को लेकर आयोजित तृणमूल की सभा का हावड़ा में भी काफी ज्यादा असर देखने को मिला। इस दिन हावड़ा स्टेशन पर तृणमूल के कार्यकर्ता व समर्थकों की भारी भीड़ दिखी। काफी संख्या में लोग पार्टी के झंडे व बैनर लेकर हावड़ा स्टेशन पहुंचे और हवड़ा ब्रिज होते हुए धर्मतल्ला यानी सभास्थल पहुंचे। काफी दूर दराज के जिलों से कार्यकर्ता व समर्थक पहुंचे थे। कोई हुगली, तो कोई श्रीरामपुर और कई लोग तो खड़गपुर से इस सभा में शामिल होने के लिए आए थे। इस दौरान राज्य के मंत्री अरूप रायपुलक राय, विधायक चौधरीडॉ. राणा चटर्जी, तृणमूल युवा जिलाध्यक्ष कैलाश मिश्रा, पूर्व पार्षद रियाज अहमदरायचरण मन्ना समेत अन्य तृणमूल नेताओं ने रैलियां निकालीं। वहीं हावड़ा में बने मंच में हुगली के नेता विधायक तपन दासअसि मजुमदार, रिसड़ा पालिका के चेयरमैन विजय सागर मिश्रा, चांपदानी पालिका के चेयरमैन सुरेस मिश्रा समेत अन्य अपने समर्थकों के साथ सभा में शामिल हुए। इस दौरान हावड़ा उत्तर के समर्थकों ने हाथ में 150 फीट लंबा पार्टी का झंडा लिए पहुंचे थे।

सावन के सोमवार का भी असर दिखा हावड़ा स्टेशन पर

इस दिन तृणमूल के शहीद के अलावा सावन माह का दूसरा सोमवार भी था। ऐसे में तृणमूल के समर्थकों के साथ कांवड़ियों की भी काफी ज्यादा भीड़ रही। एक ओर लोग गेरुआ रंग, तो वहीं दूसरी ओर तृणमूल के समर्थक हरे रंग में रंगे हुए थे। पूरा हावड़ा स्टेशन लोगों की भीड़ से पटा हुआ था।

कई रैलियों का गवाह बना ऐतिहासिक हावड़ा ब्रिज

हालांकि आए दिन हावड़ा ब्रिज से होकर रैलियां गुजरती हैं या यूं कह सकते हैं कि हावड़ा ब्रिज कई आंदोलन व रैलियों का गवाह रह चुका है। हालांकि शहीद दिवस को लेकर सोमवार काे हावड़ा ब्रिज से एक के बाद एक रैलियों के गुजरने का दौर जारी रहा। कभी किसी संगठन, तो कभी किसी नेता या विधायक की ओर से रैली निकाली जा रही थीं और धर्मतल्ला की ओर जा रही थीं। हालांकि इतनी रैलियों के बावजूद यहां ट्रैफिक व्यवस्था को काफी नियंत्रित रखा गया। चप्पे-चप्पे पर ट्रैफिक गार्ड तैनात थे।

यह कहा नेताओं ने

इस दौरान के राज्य के मंत्री अरूप राय ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो कहा है, वह उनके निर्देशानुसार ही काम करेंगे। कैलाश मिश्रा ने कहा कि सीएम हमेशा राज्य के लोगों के साथ हैं चाहे वह हिन्दीभाषी या फिर बांग्लाभाषी। हर कोई दीदी व दादा का फैन है। उनके सहयोग और उन्हें सुनने के लिए ही हमलोग सभास्थल में गये थे। वहीं विजय सागर मिश्रा ने कहा कि वह सीएम ममता बनर्जी को समर्थन कर, उनका भाषण सुनने के लिए धर्मतल्ला गये थे। बंगाल के श्रमिक, जो दूसरे राज्यों में जाते हैं और उन्हें बांग्लादेशी बताकर जिस तरह उन्हें प्रताड़ित किया जाता है इसके खिलाफ सीएम ने आवाज बुलंद की है। भाषा के नाम पर भेदभाव किया जाता है, इस पर दीदी ने जो कहा वह सराहनीय है। इधर सुरेश मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री हमेशा हिन्दीभाषियों का सहयोग करती हैं और करती रहेंगी। उनका सहयोग व समर्थन के लिए हम धर्मतल्ला पहुंचे थे।

सुरक्षा का भी रखा गया पूरा ध्यान

हावड़ा स्टेशन से लेकर हावड़ा ब्रिज होते हुए धर्मतल्ला की ओर जा रही सड़कों पर पर्याप्त पुलिसकर्मी तैनात थे। इसके अलावा हावड़ा स्टेशन से लेकर हावड़ा ब्रिज तक जगह-जगह पुलिस बूथ बनाये गये थे। भीड़ को भी काफी अच्छे से नियंत्रित किया जा रहा था। हर ओर निगरानी रखी जा रही थी।

हावड़ा के फेरी घाट पर भी रही काफी ज्यादा भीड़

तृणमूल के शहीद दिवस में शामिल होने के लिए कई लोगों ने हावड़ा के फेरी घाट से लॉच का सहारा लिया। ऐसे में इस दिन लॉच पकड़ने के लिए काफी भीड़ दिखी। स्थिति ऐसी हो गई थी कि लॉच में पैर रखने तक की जगह नहीं थी। यहां तक कि लॉच पकड़ने के लिए लोगों की लंबी कतारें लग गई थीं।

काफी उत्साहित दिखे लोग

तृणमूल की जनसभा में विभिन्न राज्यों से पहुंचे तृणमूल समर्थक व कार्यकर्ताओं में काफी ज्यादा उत्साह देखने को मिला। कोई जय बांग्ला, तो कोई ममता बनर्जी जिंदाबाद के नारे लगाते हुए, हाथों में पार्टी का झंडा थामे हुए धर्मतल्ला की ओर जा रहा था। देख कर ऐसा लग रहा था जैसे कि उनके लिए यह दिन किसी त्योहार से कम नहीं है। सभी लोग उत्साह और उमंग से भरपूर नजर आए। कई लोग तो नाचते झूमते और ढोल बाजे के साथ रैली ले जा रहे थे। वहीं दुकानों में भी खाने पीने के सामानों की ज्यादा बिक्री थी। इधर ऐप कैब वाले भी कस्टमरों को लाते ले जाते दिखे।

लोगों ने कहा, हमारी नेत्री हैं सबसे अच्छी

रैली में शामिल होने के लिए श्रीरामुपर से आए मिथुन सरोज ने कहा कि चुनाव से पहले सीएम क्या कहना चाहती हैं, वही सुनने के लिए वे काफी उत्साह के साथ जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम हमारी नेत्री हैं और उनसे अच्छा कोई नेता हो ही नहीं सकता। हुगली के जनाई रोड से आए सजल राय ने कहा कि हम हर साल तृणमूल की शहीद दिवस रैली में शामिल हाेने और सीएम का भाषण सुनने के लिए आते हैं।

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