सबिता, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : महानगर के फ्लाईओवर और ब्रिजाें को अधिक से अधिक सुरक्षित बनाने के लिए केएमडीए ने मेगा प्लान बनाया है। इसके तहत फ्लाईओवर के नीचे लोहे व लोहे की छड़ों से बेरिकेडिंग की जा रही है। इस कार्य की शुरूआत कई महीने पहले हुई और अब तक 16 फ्लाईओवर और ब्रिजों पर बेरिकेडिंग का काम सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। केएमडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि और भी कई फ्लाईओवर और ब्रिजों पर बेरिकेडिंग का काम होना अभी बाकी है। हालांकि यह करना इतना आसान भी नहीं रहा।
इन ब्रिजों पर हुई बेरिकेडिंग
दुर्गापुर ब्रिज, चेतला लॉक गेट ब्रिज, मां शारदामनी सेतु, चिंगड़ीघाटा ब्रिज, बाघाजतिन फ्लाईओवर, चित्तपुर ब्रिज, अंबेडकर ब्रिज, बाघमारी ब्रिज व अन्य कई शामिल हैं।
क्यों की गयी ब्रिजों की घेराबंदी
ब्रिजों व फ्लाईओवर के नीचे किसी तरह का अतिक्रमण न हो सके। इसे रोकने के लिए यह घेराबंदी केएमडीए द्वारा की जा रही है। दरअसल, गत दिसंबर महीने में दुर्गापुर ब्रिज के नीचे झुग्ग्यिों में आग लग गयी थी जिसके कारण ब्रिज को काफी नुकसान पहुंचा था। ब्रिज को काफी क्षति पहुंची। ब्रिज को पूरी तरह से ठीक करने में करीब 73 लाख रुपये खर्च हुए थे। कई महीनों तक यहां भारी वाहनों पर रोक लगाकर मरम्मत कार्य किया गया। दुर्गापुर ब्रिज की आग की घटना से सबक लेते हुए केएमडीए ने अपने अधीन अन्य ब्रिजों के नीचे घेराबंदी शुरू कर दी। अब तक 16 ब्रिजों व फ्लाईओवर पर काम पूरा हो चुका है। ब्रिज के नीच अतिक्रमण रोकने में यह प्लान कारीगर साबित हो रहा है। आगे भी कई जगहों पर बैरिकेडिंग की जायेगी।