आसनसोल

फर्जी Aadhaar card बनाने वाले गिरोह के तीन गिरफ्तार

अब तक कितने लोगों का बनाया है फर्जी आधार कार्ड, पुलिस कर रही है पता
सन्मार्ग संवाददाता
मुर्शिदाबाद : रविवार सुबह सुती थाने की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर नूरपुर इलाके में स्थित एक दुकान पर छापेमारी कर तीन लोगों, इस्माइल शेख, अकबर अली और मनोज कुमार मंडल को गिरफ्तार किया। इस संबंध में जंगीपुर पुलिस जिला अधीक्षक आनंद रॉय ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पुलिस को पता चला है कि गिरफ्तार किए गए तीनों व्यक्ति फर्जी आधार कार्ड बनाने में शामिल थे। इस गिरोह में और कौन-कौन शामिल है तथा फर्जी आधार कार्ड कैसे बनाए गए, इसका पता लगाने के लिए जांच चल रही है। गिरफ्तार अभियुक्तों को पुलिस रिमांड के लिए आवेदन के साथ जंगीपुर अदालत में पेश किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों युवकों ने हाल ही में नूरपुर इलाके में एक दुकान किराए पर ली थी और फर्जी आधार कार्ड बनाने का धंधा शुरू किया था। यद्यपि तीनों व्यक्तियों के पास आधार कार्ड बनाने का लाइसेंस नहीं है, फिर भी उन्होंने किसी अन्य व्यक्ति से आधार कार्ड बनाने के लिए आईडी और पासवर्ड मोटी रकम देकर 'किराए पर' लिया था। पुलिस अधिकारी ने गिरफ्तार अभियुक्तों की कार्यप्रणाली के बारे में बताते हुए कहा, कि हर बार आधार कार्ड बनाने के लिए सिस्टम में लॉग इन करना होता है, तो जिस व्यक्ति के नाम पर आईडी और पासवर्ड होता है, उसे अपना आधार नंबर देना होता है। स्कैनर पर फिंगरप्रिंट' यही कारण है कि गिरफ्तार अभियुक्तों ने 'सिंथेटिक लेटेक्स' का उपयोग करके एक ऐसे व्यक्ति के फिंगरप्रिंट की जालसाजी की, जिसके नाम पर आधार कार्ड बनाने के लिए आधिकारिक तौर पर लॉग-इन आईडी और पासवर्ड दर्ज है। वे बार-बार उस फर्जी फिंगरप्रिंट का उपयोग करके आधार प्रणाली में लॉग-इन करते रहे। अधिकारी ने आगे कहा, "प्रारंभिक जांच में हमें पता चला है कि गिरफ्तार व्यक्तियों द्वारा प्रस्तुत सभी आधार कार्ड फर्जी हैं।" हालांकि 'नकली' कार्ड पर व्यक्ति का फोटो और पता अंकित है, लेकिन उस पर अंकित 12 अंकों का विशिष्ट नंबर पहले ही किसी और को आवंटित कर दिया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्तों की दुकान से फिंगरप्रिंट स्कैनर, रेटिना स्कैनर, लैपटॉप, फर्जी आधार कार्ड, नामांकन आईडी समेत विभिन्न दस्तावेज बरामद किए गए हैं।

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