आसनसोल : सीटू, कृषक सभा, खेत मजदूर यूनियन एवं पश्चिम बंगाल बस्ती उन्नयन समिति के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को बीएनआर मोड़ से 17 सूत्री मांगों को लेकर एक रैली निकाली गई। रैली एचएलजी मोड़ पहुंच कर सभा में तब्दील हो गई। इसके बाद जिलाधिकारी एस पोन्नमबलम को ज्ञापन सौंप कर जिले की विभिन्न समस्याओं के समाधान करने की गुहार लगायी गई। डीवाईएफआई की प्रदेश अध्यक्ष मिनाक्षी मुखर्जी ने कहा कि राज्य में तृणमूल कोयला, बालू तथा लोहा लूट करने के साथ अब तालाबों की भराई कर वहां निर्माण कर बेचने का काम कर रही है। 100 दिनों का काम चालू करने और श्रमिकों का बकाया देने की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि तृणमूल के कारण राज्य के 26 हजार शिक्षकों की नौकरी चली गई। अब शिक्षकों को सीवीपीएफ की नौकरी देने की मुख्यमंत्री ने घोषणा की है जिसे शिक्षकों ने इंकार कर दिया है। राज्य में किसान, महिलाएं, छात्र, श्रमिक सहित हर वर्ग परेशान है। इस पर विचार व समस्याओं का स्थायी समाधान नहीं किया गया तो बामफ्रंट लगातार आंदोलन करने को बाध्य होगा। पूर्व सांसद वंश गोपाल चौधरी ने कहा कि बंद कारखानों की जमीनों को व्यवहार में लाया जाना चाहिए। पानी की समस्या का स्थायी समाधान के साथ सड़क व सफाई आदि पर जोर देना चाहिए। उन्होंने सरकारी संस्थानों का निजीकरण व बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पर प्रहार किया। मौके पर आभाष रायचौधरी, सत्यजीत चटर्जी, डॉ. अरुण पांडेय, पूर्व विधायक जहांआरा खान सहित काफी संख्या में बामफ्रंट के सदस्य व कार्यकर्ता उपस्थित थे।