आसनसोल

गायत्री शक्तिपीठ में महिलाओं ने किया गायत्री यज्ञ का आयोजन

कुल्टी : कुल्टी क्षेत्र अंतर्गत बराकर के गायत्री शक्तिपीठ में महिलाओं ने निर्जला एकादशी के दिन गायत्री यज्ञ का आयोजन किया। स्थानीय आचार्य के नेतृत्व में महिलाओं ने ही यज्ञ एवं हवन में भाग लिया। यज्ञ में शामिल महिलाओं ने बताया कि बराकर में गायत्री परिवार है, जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिलाएं शामिल हैं जो लगातार इस मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन करती हैं। उन्होंने कहा कि जेठ माह की निर्जला एकादशी का अधिक महत्व है। इस दिन महिलाएं बिना अन्न-जल के एकादशी व्रत रखती हैं। इसके अलावा धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन में भाग लेती हैं। इस व्रत को करने से 23 एकादशी के व्रत रखने का फल मिलता है। वहीं गायत्री शक्तिपीठ ट्रस्ट के पदाधिकारी व बराकर चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष दीपक दुदानी ने कहा कि बराकर गायत्री शक्तिपीठ में प्रतिदिन कई लोग साधना की सिद्धि करते हैं। इसलिये गायत्री मंदिर को गायत्री शक्तिपीठ के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि इस मंदिर परिसर में लोग अलौकिक शक्ति को अर्जित करने को लेकर साधना में लीन रहते है। बराकर गायत्री शक्तिपीठ साधु-संतों के लिये साधना के रूप में जाना जाता है। दीपक दुदानी ने कहा कि इस शक्तिपीठ ट्रस्ट की ओर से आयोजित गायत्री यज्ञ में एक ओर जहां श्रद्धालुओं की भीड़ होती है, वहीं शक्ति की साधना करने वाले विभिन्न स्थानों से आये हुये साधु-संतों की भीड़ बनी रहती है। यही कारण है कि यह मंदिर शक्तिपीठ के रूप में जाना जाता है। इस अवसर पर काफी संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं।

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