सांकतोड़िया : 9 जुलाई को प्रस्तावित देशव्यापी हड़ताल को ईसीएल में सफल बनाने के लिए यूनियनों ने पूरी ताकत झोंक दी है। हड़ताल को सफल बनाने को लेकर संयुक्त मोर्चा ने सोमवार को ईसीएल मुख्यालय पर पथ सभा की। इस आंदोलन में एचएमएस, इंटक, एटक और सीटू ने हड़ताल को समर्थन दिया है, जबकि बीएमएस ने संयुक्त ट्रेड यूनियन के इस आंदोलन से दूरी बनाई है। यूनियन नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार के चार नए श्रम कानून मजदूरों के अधिकारों को कमजोर करेंगे। यह हड़ताल कोयला कामगारों के भविष्य को तय करेगी। सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की उपेक्षा जैसे मुद्दों पर आंदोलन को सफल बनाना जरूरी है। सभी एरिया में कन्वेंशन के बाद अब यूनियन प्रमुख खदानों के बाहर गेट मीटिंग लेकर कोयला कर्मियों को हड़ताल के लिए एकजुट कर रहे हैं।
मजदूर विरोधी है केंद्र की भाजपा सरकार : विमान
इंटक नेता विमान बिहारी मुखर्जी ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार मजदूर विरोधी है। कोयला उद्योग में रोजगार के सारे दरवाजे बंद कर दिए गए हैं। मेडिकल बोर्ड नहीं हो रहा है। अंडर ग्राउंड अलाउंस बंद कर दिया गया है। ट्रांसपोर्टिंग सिस्टम को बंद कर दिया गया है। बीएमएस मजदूर संगठन ने पिछले तीन बार आयोजित हड़ताल में धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि हड़ताल की सफलता कोयला मजदूरों का भविष्य तय करेगा। उन्होंने कहा कि मजदूर एकजुटता से हड़ताल को सफल बनाकर मजदूर विरोधी केंद्र की भाजपा सरकार की मंशा पर रोक लगाने का काम करें।
चार लेबर कोड लागू हुआ, तो जिस स्थिति में वेतन है, नहीं रह पायेगा
मोर्चा के नेताओं ने कहा कि यदि यह चार लेबर कोड लागू हो गया तो जिस स्थिति में वेतन है, वह नहीं रह पायेगा। मजदूरों के सभी प्रकार के अधिकार समाप्त हो जायेंगे। जैसे 8 घंटा के बदले 12 घंटा काम लिया जायेगा, वेतन समझौता का अधिकार, बोनस का अधिकार, अपनी मांग रखने, हड़ताल करने, मजदूर संगठन बनाने का अधिकार समाप्त हो जायेगा, फिक्स टर्म जॉब पर वेतन मिलेगा।
वेतन समझौता आज भी अधूरा, 39 महीने का एरियर भी बकाया
सीटू नेता सुजीत भट्टाचार्य ने कहा कि सेल में कार्यरत मजदूरों का वेतन समझौता आज भी आधा अधूरा है. 39 महीने का एरियर आज तक बकाया है। ग्रेच्युटी पर सीलिंग लगा दिया गया है। पर्क्स का एरियर भी नहीं मिला है। इसलिए देश के मजदूरों के साथ सेल के मजदूरों ने भी यह फैसला लिया है कि मजदूर वर्ग सरकार की इस मजदूर विरोधी चार लेबर कोड को लागू नहीं होने देंगे। उन्होंने चार लेबर कोड रद्द करने सहित 17 सूत्री मांग को ले हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया।
हक व अधिकार के लिए हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान
सभा में सीटू के सुजीत भट्टाचार्य, इंटक के विमान बिहारी मुखर्जी,रंजीत कुमार जोसफ, अनंत कवि,वंदन बनर्जी, भवानी आचार्य आदि ने भी विचार व्यक्त किया। उपस्थित मोर्चा के पदाधिकारियों व सदस्यों ने एक स्वर में हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया।