पंचेत में धरना देते मंत्री मलय घटक, विधायक हरेराम सिंह व अन्य  
आसनसोल

तृणमूल नेताओं ने पंचेत में डीवीसी के खिलाफ किया जोरदार प्रदर्शन

सांकतोड़िया : दामोदर वैली कॉर्पोरेशन (डीवीसी) के पंचेत और मैथन डैम से पानी छोड़े जाने के बाद पूरे पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर शुक्रवार सुबह से पश्चिम बर्दवान जिले के तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पंचेत स्थित डीवीसी प्रशासनिक भवन कार्यालय घेरकर विरोध प्रदर्शन किया। इसका नेतृत्व बंगाल के श्रम एवं कानून मंत्री मलय घटक ने किया। उनके साथ जामुड़िया विधायक हरेराम सिंह एवं तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। मंत्री मलय घटक ने आरोप लगाया कि डीवीसी राज्य प्रशासन को जानकारी दिए बिना पंचेत और मैथन डैम से भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे पश्चिम बंगाल के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता की सुरक्षा के लिए वे लोग आज सड़क पर उतरे हैं। वहीं सीआईएसएफ एवं पंचेत प्रशासन ने बताया कि स्थिति नियंत्रण से बाहर न जाए, इसके लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए थे।

डीवीसी ने दी अपनी सफाई

वहीं डीवीसी ने दावा किया कि बांधों का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया था, इसलिए मजबूरी में जल छोड़ा गया है। डीवीसी के अनुसार पानी पूरी तरह वैज्ञानिक और नियंत्रित प्रक्रिया से छोड़ा गया है। मुख्यमंत्री द्वारा बताए गए 1.5 लाख क्यूसेक की जगह करीब 70 हजार क्यूसेक जल छोड़ा गया है।

कोलकाता में भी प्रदर्शन करने की दी चेतावनी

राज्य और केंद्र सरकार के इस टकराव के बीच पंचेत में तृणमूल कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन लगभग तीन घंटे तक चला, उसके बाद उपस्थित नेताओं ने डीवीसी प्रोजेक्ट हेड को ज्ञापन सौंपा। वापस आने के बाद मंत्री मलय घटक ने सभा को संबोधित करते हुए कड़े लहजे में कहा कि अगर डीवीसी बाज नहीं आता है तो वे लोग पंचेत और डीवीसी मुख्यालय कोलकाता में भी विरोध प्रदर्शन करेंगे।

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