रानीगंज : रानीगंज थाना अंतर्गत रोनाई उत्तर-पूर्व पाड़ा इलाके में बुधवार को उस समय सनसनी फैल गई, जब बकाया बिजली बिल के कारण कनेक्शन काटकर लौट रहे बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर जानलेवा हमला कर दिया गया। इस हमले में वेस्ट बंगाल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी लिमिटेड (डब्ल्यूबीएसईडीसीएल) के रानीगंज कस्टमर केयर सेंटर के स्टेशन मैनेजर हीरक ब्रह्मचारी, सेकंड इंचार्ज दीपंकर चौधरी और अमित साहा समेत चार कर्मी घायल हो गए। सभी घायलों का प्राथमिक उपचार रानीगंज ब्लॉक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया गया है। घटना के बाद विभाग ने सिंदबाद खान और जावेद शेख के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है।
क्या है पूरा मामला
डब्ल्यूबीएसईडीसीएल के रानीगंज कस्टम केयर सेंटर के स्टेशन मैनेजर हीरक ब्रह्मचारी ने बताया कि रोनाई उत्तर-पूर्व पाड़ा निवासी सिंदबाद खान ने पिछले करीब 6 महीने से बिजली का बिल जमा नहीं किया था। उस पर लगभग 21 हजार रुपये का बिल बकाया था। बुधवार को नियमों के तहत टीम ने उसके घर का बिजली कनेक्शन काट दिया। आरोप है कि जैसे ही बिजली विभाग की टीम कनेक्शन काटकर वापस लौटने लगी, सिंदबाद खान अपने सहयोगी जावेद शेख के साथ वहां पहुंचा। पहले तो उन्होंने अधिकारियों के साथ गाली-गलौज और दुर्व्यवहार किया, फिर अचानक पास पड़े डंडों और भारी वस्तुओं से टीम पर हमला बोल दिया। इस हमले में स्टेशन मैनेजर और सेकंड इंचार्ज समेत चार लोग चोटिल हो गए। अधिकारियों का कहना है कि वे किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भागने में सफल रहे। रानीगंज कस्टमर केयर सेंटर के सेकंड इंचार्ज दीपंकर चौधरी ने सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि वे इस घटना के बाद पूरी तरह सहमे हुए हैं। उन्हें अपनी ड्यूटी के दौरान अक्सर ऐसे लोगों के घर जाना पड़ता है, जिन्होंने बिल जमा नहीं किया है। अगर सरकारी काम के दौरान उनलोगों पर इस तरह हमले होंगे, तो उनके लिए काम करना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने पुलिस से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। बिजली विभाग के अधिकारियों की शिकायत के आधार पर सिंदबाद खान और जावेद शेख के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और अधिकारियों पर हमला करने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अभियुक्तों की तलाश में छापेमारी कर रही है।