आसनसोल : आसनसोल उत्तर थाने के रेलपार के जहांगिरी मुहल्ले में रहने वाले तहकीन अहमद द्वारा ट्रेडिंग के नाम पर करीब 3 हजार लोगों से धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपये उड़ाने के आरोप ने अब राजनीतिक रूप ले लिया है। सनद रहे कि अभियुक्त के पिता वामफ्रंट के समय आसनसोल नगर निगम के मेयर परिषद सदस्य रह चुके हैं। इसके बाद वे तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इस मुद्दे को लेकर भाजपा सहित विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा तृणमूल का नाम उछाला जा रहा है। भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि ममता बनर्जी के शासन में इस तरह का अपराध कोई नई बात नहीं है। रेलपार इलाके में 450 करोड़ रुपये गबन का आरोप लगा है जो घटना तृणमूल के साथ जुड़ी हुई है। हर आपराधिक मामले में तृणमूल नेताओं व उसके परिवार के जुड़े होने की बात सामने आ रही है। इस मामले में तृणमूल का नाम सामने आते ही पुलिस शांत होकर बैठ जाती है। वहीं तृणमूल नार्थ ब्लॉक दो के अध्यक्ष अनिमेष दास ने कहा कि यह पूरी तरह से आपराधिक मामला है। इसके साथ तृणमूल का कोई संबंध नहीं है। देनदार पुलिस पर दबाव बनाकर पैसे वापस करने की गुहार लगाएं। वहीं तृणमूल माइनॉरिटी के जिलाध्यक्ष सैयद महफूज हसन उर्फ मोनू ने कहा कि अभियुक्त के पिता तृणमूल में माइनॉरिटी के प्रदेश महासचिव थे लेकिन नयी कमेटी में उन्हें जगह नहीं दी गई है। देनदार पुलिस के पास जाएं और अपने पैसे की मांग करें। इस मामले में तृणमूल का कुछ लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले के सामने आने पर अभियुक्त के पिता को पार्टी से हटा दिया गया है। इस घटना में तृणमूल जुड़ी हुई है, यह कहना सरासर गलत है। मंत्री मलय घटक ने सभी पीड़ितों को कानून का दरवाजा खटखटाने की सलाह देते हुए कहा कि वे लोग अपने स्तर से पैसे वापस पाने का प्रयास करें।