आसनसोल / बर्नपुर : बर्नपुर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से बुधवार दोपहर को सुरेंद्र सिंह अत्तू के नेतृत्व में डीआई कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से बर्नपुर गुरुद्वारा के ऊपर के चल रहे स्कूल में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया। साथ ही सरकारी स्कूल में चल रहे भ्रष्टाचार को लेकर वे लोग पिछले लगभग 8 वर्षों से जिला अधिकारी सहित सरकार के विभिन्त्र दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं और शिकायत कर रहे हैं तथा इस संबंध में अवगत कराया। मौके पर उपस्थित बर्नपुर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य परमजीत सिंह ने कहा कि गुरु नानक गर्ल्स हाई स्कूल में सेवानिवृत्त क्लर्क विजय पटेल और उनकी पत्नी सेवानिवृत्ति टीचर इंचार्ज शाहिदा परवीन भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उनके साथ पूर्व प्रधान और स्कूल के स्वघोषित कमेटी अध्यक्ष चरणजीत सिंह भी इसमें शामिल है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाते हुये कहा कि सरकार की तरफ से एक अधिसूचना जारी की गई थी जिसमें यह कहा गया था कि 2022 के बाद जितनी भी स्कूल कमेटियां हैं, उनका रिन्यूअल नहीं होगा, ऐसे में चरणजीत सिंह खुद को कैसे गुरु नानक गर्ल्स हाई स्कूल के कमेटी का अध्यक्ष बता सरकारी रुपये का दुरुपयोग कर गबन किया जा रहा है। परमजीत सिंह ने बताया कि ज्ञापन के माध्यम से डीआई को 30 दिनों का समय दिया गया है तथा डीआई ने इस संबंध में रिकार्ड की जांच करने तथा मुद्दे पर चर्चा कर कानूनी स्तर पर जांच करने का आश्वासन दिया है। इस मौके पर सुरेंद्र सिंह अत्तू, गुरमुख निहाल सिंह सूरी, जसवंत सिंह सोखी, गुरविंद्र सिंह, इंदरजीत सिंह, कशमीर सिंह, जसविंद्र सिंह सोखी एवं अन्य लोग उपस्थित थे।
स्कूल प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष ने आरोपों से किया इनकार
इस संबंध में स्कूल प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष चरणजीत सिंह ने कहा कि यह एक सरकारी स्कूल है और इसे सरकार चलाती है और सरकार ऑडिट करती है। उनलोगों का काम है स्कूल को अच्छी तरह से चलाना और रहा विपक्ष पार्टी का तो उनका काम ही है झूठे आरोप लगाना। साथ ही उन्होंने बताया वे लोग कई बार स्कूल को लेकर झूठे आरोप लगा चुके हैं। उनके पास कोई काम नहीं है। सिर्फ चर्चा में आने के लिए ऐसे काम करते हैं। वहीं रही क्लर्क विजय पटेल की बात तो नये क्लर्क के आने के बाद से वे स्कूल नहीं आते हैं। वहीं कहा कि अगर किसी भी बच्ची से एडमिशन फीस ज्यादा ली गई है तो एडमिशन स्लीप लेकर स्कूल प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष से संपर्क करें, इस पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी।