मिदनापुर : बेरोजगार शिक्षक संगठन बीएमईएफ ने शिक्षा प्रणाली में पारदर्शिता बहाल करने और बेरोजगार श्रमिकों को बहाल करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर मंगलवार को मिदनापुर शहर में विरोध मार्च निकालकर और सड़कें जाम करके विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दिन मिदनापुर शहर के अशोकनगर से एक विरोध मार्च शुरू हुआ और मिदनापुर शहर का भ्रमण किया। इस बीच, संगठन के नेतृत्व और सदस्यों ने शहर के कलेक्ट्रेट जाने वाली सड़क को अवरुद्ध करके विरोध प्रदर्शन किया। संगठन के नेतृत्व ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वे आने वाले दिनों में बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे। संगठन के राज्य नेता इसरारुल मंडल ने दिन के कार्यक्रम का नेतृत्व किया।
उन्होंने मांग की कि राज्य सरकार उनकी नौकरियां सुनिश्चित करे। इस दिन दक्षिण बंगाल से एक हजार से अधिक बेरोजगार शिक्षक जुलूस में शामिल हुए। जुलूस मिदनापुर शहर के अशोकनगर इलाके से शुरू हुआ। जुलूस शहर के बस स्टैंड, कलेक्ट्रेट, जिला परिषद से होते हुए शहर के रिंग रोड का चक्कर लगाया। मार्च का नेतृत्व संगठन के नेता इसरारुल मंडल ने किया। उन्होंने कहा, यह मार्च योग्य शिक्षकों की नौकरी वापस दिलाने की मांग के लिए है और अब यह जुलूस प्रत्येक जिले में और फिर पूरे राज्य में निकाला जाएगा। उन्होने कहा कि इस जुलूस में सभी प्रकार के लोगों को शामिल करेंगे तथा एक दिन सभी लोग सड़कों पर उतरेंगे। संगठन के नेता ने कहा कि यह सिर्फ 26,000 शिक्षकों के लिए नहीं है, हम अगली पीढ़ी को बचाने के लिए लड़ रहे हैं। हम शिक्षक भी सामने आए हैं, साथ ही वे शिक्षक भी सामने आए हैं जिनकी नौकरी चली गई है। हमें न्याय नही मिला इसलिए हम आने वाले दिनों में लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए सड़कों पर उतरे हैं।