अंडाल : देश की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए सीएमसी (एचएमएस) के महासचिव एसके पांडेय ने एचएमएस एवं एचकेएमएफ़ के महासचिव हरभजन सिंह सिद्धू को पत्र प्रेषित करते हुए आगामी 20 मई को आहूत देश व्यापी औद्योगिक हड़ताल को स्थगित करने व टालने की मांग की। इस संदर्भ में उनके द्वारा डाले गए सोशल मीडिया पोस्ट पर लोगों की सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। गौरतलब है कि बीते 18 मार्च को दिल्ली में देश के 10 श्रमिक संगठनों ने बैठक के दौरान 4 लेबर कोड्स वापस लेने समेत श्रमिकों, किसानों एवं आमजन से जुड़े मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ आगामी 20 मई को औद्योगिक हड़ताल का निर्णय लिया था। अन्य उद्योगों की तरह कोयला उद्योग में भी हड़ताल को सफल बनाने के लिए विभिन्न ट्रेड यूनियन प्रचार-प्रसार में जुटे हैं। इस बीच पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना ने ऑपेरशन सिंदूर के तहत पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को नेस्तानाबूद किये जाने के बाद बौखलाहट में पाकिस्तान की कायराना हरकत से उत्पन्न परिस्थिति को देखते हुए सीएमसी के महासचिव ने हड़ताल टालने की मांग उठाई है।
क्या कहा सीएमसी नेता ने
सीएमसी (एचएमएस) के महासचिव एसके पांडेय ने सन्मार्ग से कहा कि ऑपेरशन सिंदूर के तहत पहलगाम का बदला लेकर देश के सैनिकों ने पूरे देश का मान बढ़ाया है। पाकिस्तान की कायराना हरकत से उत्पन्न देश की वर्तमान परिस्थिति हमें अपनी समस्याओं के लिए अभी किसी आंदोलन की इजाजत नहीं देती। यह समय भारत माता की शान और देश के गौरव को बचाने के लिए सरकार और सेनाओं के साथ खड़े होने का है। इसलिए उन्होंने 20 मई को आहूत औद्योगिक हड़ताल को स्थगित करने की मांग उठाई है। उम्मीद है कि उनकी इस व्यक्तिगत राय को आंदोलन में शामिल सभी केंद्रीय श्रम संगठनों का समर्थन मिलेगा।
यूजर्स ने सराहा
सोशल मीडिया पर एसके पांडेय के पोस्ट तथा उनके द्वारा हड़ताल को स्थगित रखने की बात को यूजर्स द्वारा सराहा जा रहा है। सिंटू भुइयां ने कमैंट्स बॉक्स में लिखा कि बहुत ही सराहनीय निर्णय, हम अपनी सरकार की नियम-नीतियों से नाराज हो सकते हैं किन्तु देश से नहीं। चुन्नू तिवारी नामक एक यूजर ने लिखा बहुत ही सराहनीय पहल है आपका, देश हित में लिया गया फैसला, भारत माता की जय। जयनारायण पांडेय ने लिखा बहुत ही अच्छा प्रस्ताव, हड़ताल की तिथि आगे बढ़ाई जानी चाहिए। देश हित सर्वोपरि है। जसविंदर सिंह घुमन ने लिखा कि उनके विचारों में देशभक्ति और जिम्मेवारी की गहरी भावना झलकती है। राष्ट्र जब किसी चुनौतीपूर्ण समय से गुजर रहा हो तब एकता और सहयोग बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है।