मिदनापुर : पश्चिम मिदनापुर जिला अंतर्गत घाटाल में बाढ़ की हालत कमोबेश जस की तस बनी हुई है। जिसे लेकर इलाके के लोगों में राज्य सरकार के खिलाफ नाराजगी बढ़ती जा रही है। अब घाटाल में बाढ़ की इस समस्या को देखते बुधवार को एक प्रशासनिक बैठक का आयोजन किया गया है। इस बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ घाटाल के सांसद दीपक अधिकारी भी शामिल होंगे। मालूम हो कि घाटाल में हर वर्ष बाढ़ की समस्या उत्पन्न होना कोई नई बात नहीं है। दशकों से यह सिलसिला चल रहा है। जिले में जोरदार बारिश होने और डीवीसी के डैम से पानी छोड़े जाने पर घाटाल में प्रायः बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो जाती है। जिसकी वजह से हजारों लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अभी भी घाटाल के ज्यादातर हिस्सों में बाढ़ का पानी भरा हुआ है। राज्य सरकार की ओर से घाटाल में बाढ़ की समस्या के स्थायी निदान के लिए 500 करोड़ रुपये जारी किया गया है। राज्य़ सरकार द्वारा जारी फंड से अभी कुछ काम शुरू ही किय़ा गया था कि काफी लोगों ने घाटाल मास्टर प्लान का विरोध करना भी शुरू कर दिया। घाटाल मास्टर प्लान के लिए राज्य सरकार द्वारा जमीनों का अधिग्रहण किए जाने का लोग विरोध कर रहे हैं। जिससे समस्याओं का उचित समाधान नहीं निकल पा रहा है। सांसद दीपक अधिकारी ने घाटाल में बाढ़ की समस्या का स्थाई निदान करने का वादा कर लोकसभा का चुनाव लड़ा था और जनता ने उनको भारी वोटों से जीत भी दिलायी थ। अब जब एक बार फिर जब घाटाल में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो गयी है तो इसके निदान के लिए सांसद क्या कुछ बोलते और करते हैं। इस बात पर सभी लोगों की नजर बनी हुयी है। वैसे जिला प्रशासन की ओर से घाटाल के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में राहत और बचाव अभियान तेजी से चलाया जा रहा है, लेकिन घाटाल के लोगों को बाढ़ की समस्या से आखिर कब स्थाई रूप से मुक्ति मिलेगी। यह सवाल बुधवार को होने वाली प्रशासनिक बैठक में छाए रहने की संभावना है।