मिदनापुर : एक नाबालिग लड़की की विवाह हो गया और गाँव में किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी लेकिन जब वह अपने पति को छोड़कर अपने प्रेमी के पास चली गई, तभी पता चला कि दुल्हन नाबालिग है। इसी कारण पुलिस ने उस नाबालिग लड़की के दोनों पतियों को सलाखों के पीछे धकेल लिया और नाबालिग लड़की को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। यह घटना पश्चिम मिदनापुर के केशियाड़ी की है। स्थानीय बीडीओ हितांशु हलधर ने कहा जब भी हमें बाल विवाह की खबर मिलती है, हम सख्त कार्रवाई करते हैं। जागरूकता कार्यक्रमों के साथ-साथ कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है। यह अभियान जारी रहेगा।
घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार केशियाड़ी थाने की पुलिस को गोपनीय सूत्र से सूचना मिली कि केशियाड़ी के हासिमपुर इलाके के एक युवक ने पंद्रह दिन पहले एक नाबालिग लड़की से विवाह कर लिया है और परिवार के साथ रह रहा है। जिसके बाद केशियाड़ी थाने की पुलिस और बाल संरक्षण विभाग के कर्मचारी व अधिकारी गांव गए। सभी दस्तावेजों की जांच करने के बाद पता चला कि लड़की की उम्र मुश्किल से सोलह साल है। नाबालिग लड़की और उसके पति को थाने ले जाया गया। वहां पूछताछ करने पर असली सच्चाई सामने आई। नाबालिग लड़की ने पुलिस के सामने कबूल किया कि कुछ साल पहले वह आठवीं कक्षा की छात्रा थी और उस समय उसके माता-पिता ने उसकी शादी झाड़ग्राम के बेलियाबेड़ा निवासी एक युवक से कर दी थी। नाबालिग लड़की ने बताया कि वह हासिमपुर निवासी युवक से प्रेम करती थी। शादी के बाद भी वह अपने प्रेमी के संपर्क में रही। एक-दो हफ्ते पहले वह अपने प्रेमी के पास भी आई थी। पुलिस ने नाबालिग लड़की से उसके पहले पति का नाम-पता जानने के बाद उसे भी बेलियाबेड़ा से केशियाड़़ी थाने लाया गया। पुलिस ने नाबालिग लड़की के दोनों कथित पतियों के खिलाफ पॉक्सो की धारा के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। रविवार को जब उन्हें खड़गपुर अदालत में पेश किया गया, तो न्यायाधीश ने 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया तथा मिदनापुर की विशेष अदालत में नाबालिग का गुप्त बयान दर्ज करने की व्यवस्था की गई। न्यायाधीश ने उसे एक गृह भेजने का आदेश दिया।