भाजपा द्वारा बुलाए गए बंद के दौरान डेबरा में जनजीवन रहा स्वाभाविक, खुली रही दुकानें 
आसनसोल

भाजपा द्वारा बुलाए गए 6 घंटे डेबरा बंद के दौरान खुले रहे बाजार और दुकानें

तृणमूल कांग्रेस बंद के विरोध में सड़कों पर उतरी

खड़गपुर : भाजपा घाटाल संगठनात्मक ज़िले ने पश्चिम मिदनापुर ज़िले के डेबरा में कथित रुप से आबकारी विभाग की पुलिस हिरासत में डॉ. सोरेन की मौत के विरोध में शनिवार सुबह से छह घंटे के बंद का आह्वान किया था। बंद शुरू होने से पहले ही पुलिस ने ज़िला भाजपा अध्यक्ष तन्मय दास समेत 30 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। नतीजतन, भाजपा द्वारा बुलाए गए 6 घंटे के बंद का डेबरा में कोई असर नहीं दिखाई दिया। डेबरा में सुबह से ही दुकानें खुली रहीं, लोग रोज़ की तरह अपने कार्यो में मशगूल दिखाई पड़े।
    भाजपा द्वारा बुलाए गए बंद के मद्देनरजर डेबरा के विभिन्न इलाकों में पहले से ही भारी पुलिस बल तैनात किया गया था ताकि इलाके में कोई अशांति न हो। वहीं तृणमूल इस बंद के विरोध में विभिन्न इलाकों में सड़कों पर उतर आई है। दूसरी ओर, भाजपा के घाटाल संगठनात्मक जिला एसटी मोर्चा के अध्यक्ष सुकेश सोरेन का दावा है कि डेबरा के ग्रामीण इलाकों में बंद सफल रहा है।  तृणमूल नेता शांति टुडू ने कहा, हम डॉ. सोरेन के परिवार के साथ हैं लेकिन डेबरा के लोग बंद के खिलाफ हैं, इसलिए इलाके में चहल-पहल देखी गई है। लोग अपने काम की वजह से बंद का समर्थन नहीं करते। उन्होने कहा कि एक बार फिर साबित हो गया है कि बंद का आह्वान करने वाले लोग लोगों को भ्रमित करते हैं और अशांति फैलाते हैं, लोग उन्हें कभी स्वीकार नहीं करते। इसके साथ ही, तृणमूल कांग्रेस बंद के विरोध में सड़कों पर उतरी।

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