आसनसोल

भगवान जगन्नाथ, बलभद्र एवं देवी सुभद्रा को कराया गया महास्नान

महास्नान के बाद भगवान हुए अस्वस्थ

बर्नपुर : भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा की तैयारियां सभी जगहों पर खूब जोर-शोर से चल रही हैं। बता दें कि हिंदू पंचांग के अनुसार रथयात्रा हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को निकाली जाती है। वहीं बुधवार को बर्नपुर स्थित जगन्नाथ मंदिर में ज्येष्ठ पूर्णिमा के शुभ अवसर पर भगवान जगन्नाथ, बलभद्र एवं देवी सुभद्रा को स्नान कराया गया, जिसे स्नान यात्रा के नाम से जाना जाता है और यह भगवान जगन्नाथ का महास्नान होता है। इस स्नान यात्रा को देखने के लिए हजारों भक्त मंदिर पहुंचे थे। उत्कल संस्कुरुतिका परिषद व मंदिर के अध्यक्ष संजीव रंजन दास ने बताया कि स्नान के बाद भगवान जगन्नाथ 15 दिनों के लिए अस्वस्थ रहते हैं। इस दौरान भगवान जगन्नाथ का दर्शन भक्तों के लिए बंद कर दिया जाता है। वहीं जब भगवान जगन्नाथ पूरी तरह स्वस्थ हो जाते हैं तो उसके बाद रथयात्रा निकाली जाती है और वे अपने भक्तों को दर्शन देते हुए नगर भ्रमण पर निकल जाते हैं। वहीं पूजा सेक्रेटरी आलोक महापात्रा व गौतम नायक ने बताया कि ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन भगवान जगन्नाथ का महास्नान कुल 108 पवित्र तीर्थों के जल, पंच-अमृत, फलों के रस और अन्य पवित्र पदार्थों से कराया गया। स्नान के बाद देवताओं को भोग अर्पित किया गया। समाजसेवी एवं मुख्य अतिथि नरेश अग्रवाल ने बताया कि भगवान जगन्नाथ, बलभद्र एवं देवी सुभद्रा को स्नान कराया गया है। आज का दिन बहुत शुभ है। इस दिन सभी को गंगा स्नान करना चाहिए एवं भगवान जगन्नाथ का पूजा करने से 9 ग्रह शांत होते है। इस मौके पर उत्कल संस्कुरुतिका परिषद के अध्यक्ष संजीव रंजन दास, महासचिव एनके शेठी, पूजा सेक्रेटरी आलोक महापात्रा, विष्णु बेहरा, गौतम नायक, रंजन राउत, परेश साहु, रश्मि रंजन स्वाईन, प्रताप बारीक, सुरेश कुनार राना, विष्णु मोहन पुष्टी एवं समाजेसेवी नरेश अग्रवाल सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

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