बांकुड़ा : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को बांकुड़ा के बड़जोड़ा स्थित वीरसिंहपुर मैदान में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने मतदाता सूची में नाम सुधार (SIR) प्रक्रिया के मुद्दे पर केंद्र सरकार, भाजपा और चुनाव आयोग पर जमकर निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि यदि एक भी वैध मतदाता का नाम सूची से हटाया गया, तो बंगाल से लेकर दिल्ली तक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
'1.36 करोड़ नाम हटाने की साजिश'
नाम लिए बिना केंद्रीय गृह मंत्री और चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि राज्य में लगभग 1.36 करोड़ मतदाताओं के नाम हटाने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि ड्राफ्ट रोल में पहले ही 54 लाख नाम हटाए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि जिनके नाम हटाए गए हैं, वे तुरंत फॉर्म 7 और 8 भरें। उन्होंने दावा किया कि चुनाव आयोग के दफ्तर में भाजपा IT सेल के लोग बैठे हैं, जो भाजपा के इशारे पर नाम काट रहे हैं।
बुजुर्गों का अपमान बर्दाश्त नहीं
मुख्यमंत्री ने SIR प्रक्रिया के दौरान बुजुर्गों और दिव्यांगों को हो रही परेशानी पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, "60 से 90 साल के बुजुर्गों को घंटों लाइन में खड़ा किया जा रहा है। क्या इनके मन में बुजुर्गों के प्रति कोई सम्मान नहीं है ? भाजपा और चुनाव आयोग बुजुर्गों को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं, जो असह्य है।"
बाहरी राज्यों में बंगालियों पर जताया रोष
उन्होंने ओडिशा, गुजरात, यूपी और असम जैसे भाजपा शासित राज्यों में बंगालियों को निशाना बनाए जाने पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "मुझे भी बांग्लादेशी कहा जाता है, जबकि मेरा जन्म बीरभूम में हुआ है।" उन्होंने प्रवासी श्रमिकों से बंगाल लौटने की अपील करते हुए राज्य में ही रोजगार उपलब्ध कराने का भरोसा दिया।