मिदनापुर: भारी बारिश के कारण नहर पर बनी बांस की पुलिया व नहर का किनारा क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों की मांग है कि उस पुलिया को यथा शीघ्र ठीक किया जाए जिससे लोगों को आने जाने में सुविधा हो।
पश्चिमी मिदनापुर और हुगली जिलों के लगभग 10 से 12 गांवों के बीच परिवहन के लिए, चंद्रकोना ब्लॉक 1, लक्षिपुर ग्राम पंचायत के द्वारखोला गांव में रोंगर नामक छोटी नहर को पार करने का एकमात्र साधन लकड़ी अर्थात बसं का पुल है। इस पुल की हालत काफी समय से खराब थी। शुक्रवार को हुई भीषण बारिश के कारण नहर के किनारे ढह गए, जिससे यातायात पुल का एक हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया। जिसके कारण क्षेत्र की आम जनता के लिए उस पुल पर से यातायात बंद कर दिया गया है और उसके कारण आम लोगों को मिदनापुर जिले से हुगली जिले तक जाने के लिए अब तकरीबन 7 से 8 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ रहा है। परिणामस्वरूप आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोग लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि इस नहर पर अस्थायी लकड़ी का पुल हटाकर कंक्रीट का पुल बनाया जाए। पुल के ध्वस्त हो जाने से संचार पूरी तरह से टूट गया है। प्रशासन निगरानी कर रहा है और पुल के दोनों ओर घेराबंदी कर दी है। क्षेत्र के लोग मांग कर रहे हैं कि पुल की शीघ्र मरम्मत की जाए और परिवहन सुविधाएं बेहतर की जाएं। लोगों का कहना है कि हर बार चुनाव के दौरान लोगों से वादा किया जाता है लेकिन उसके बाद कोई काम नही होता।