बर्नपुर : दो दिनों से लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने बर्नपुर बाजार के व्यवसायियों के जीवन को पूरी तरह से प्रभावित किया है। एक ओर जहां दुकानदारों को अपने सामानों के नष्ट होने का डर सताने लगा है, तो वहीं शहरवासियों को जल जमाव और बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। यह बारिश लोगों के लिए राहत की बजाय मुसीबत बनकर आई है। गौरतलब है कि बर्नपुर बाजार बर्नपुर शहर का सबसे निचला इलाका है और पूरे बाजार का पानी बहते हुये लक्ष्मी होटल के पास से गुजरता है। होटल के मालिक सोहन साव ने सेल आईएसपी पर आरोप लगाते हुये कहा कि पूरा बर्नपुर बाजार सेल आईएसपी के अंदर आता है और सेल आईएसपी प्रबंधन यहां नाली की सफाई नहीं करवा रहा है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है। बता दें कि दुकानदार जगरनाथ साव, बाबू साव, मोहम्मद इबरार, हैदर अली, बबलू खान ने इसकी शिकायत बर्नपुर बाजार कमेटी से की है। वहीं बर्नपुर बाजार कमेटी के जगदीश सिंह ने उनकी बातों को सुना और उन्होंने इसकी सूचना सेल आईएसपी के टाउन विभाग को दी है।
बाजार में बाढ़ आने का कारण
बर्नपुर बाजार क्षेत्र एक प्राकृतिक रूप से निचला इलाका है और भारी बारिश और पूरे बाजार का पानी के कारण यह इलाका बार-बार जलमग्न हो जाता है। स्थानीय दुकानदारों का आरोप है कि बाजार इलाके से पानी निकलने वाली नाली को पतला कर दिया गया है और करीब 1 वर्ष से नाली की सफाई नहीं हुई है। नाली में कूड़ा-कचरा जमा है जो बाढ़ जैसे हालात पैदा कर रहे हैं। वहीं आरोप है कि सेल आईएसपी द्वारा नाले की मरम्मत एवं सफाई को लेकर कोई ठोस कदम भी नहीं उठाया जा रहा है।
स्थानीय दुकानदारों की मांग
स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि हर साल बाढ़ की समस्या से उन्हें जूझना पड़ता है लेकिन आईएसपी के टाउन विभाग की तरफ से कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हल्की बारिश होने पर भी कई दुकान में पानी प्रवेश कर जाता है। अगर बारिश बंद नहीं हुई, तो उनकी मुश्किलें और बढ़ जायेंगी। वहीं उनकी मांग है कि नाले की अच्छी तरह से सफाई एवं उसे चौड़ा कराया जाये।
आईएसपी प्रबंधन का कहना है
सेल आईएसपी के टाउन विभाग का कहना है कि बर्नपुर बाजार इलाके को साफ-सुथरा रखना आईएसपी के साथ-साथ दुकानदारों की भी जिम्मेदारी है। सेल आईएसपी अपने टाउनशिप को सफाई पर विशेष ध्यान देता है और बारिश के कारण नाली जाम हो गई होगी, जिसे जल्द साफ करा दिया जायेगा। साथ ही आईएसपी प्रबंधन का कहना है कि दुकानदारों को भी चाहिए कि अपनी दुकानों का कचरा नाली में ना डालें।