दुर्गापुर : दुर्गापुर सिटी सेंटर फांड़ी की पुलिस को एक सक्रिय गैंग के 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। अभियुक्तों को अनुमंडल अदालत में पेश किया गया। अदालत ने मामले की सुनवाई के बाद पुलिस की अर्जी पर अभियुक्तों को 6 दिनों के लिए रिमांड पर भेजने का आदेश दिया। इस दौरान पुलिस अभियुक्तों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। अभियुक्तों में नजफगढ़ दिल्ली निवासी साजन नाथ, पंजाब निवासी बंटी नाथ और हरियाणा निवासी राजा नाथ शामिल हैं। अभियुक्तों के खिलाफ यू/एस 303(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है।
भविष्यवाणी बताने के बहाने करते थे हाथ सफाई
दुर्गापुर सिटी सेंटर फांड़ी द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त कोकोवेन थाना क्षेत्र में किराए का मकान लेकर रहते थे। अभियुक्त लोगों का हाथ देखकर भविष्यवाणी बताते थे। वहीं भविष्यवाणी बताने के बहाने हाथ सफाई करते थे। अभियुक्त लोगों का हाथ देखकर सोने एवं चांदी की अंगूठी निकाल लेते थे। अभियुक्तों के पास से सोने की 4 एवं चांदी की 5 अंगूठियां बरामद की गई हैं। अभियुक्त कुछ दिनों पहले सिटी सेंटर इलाके में एक व्यक्ति का हाथ देखकर सोने की अंगूठी निकाल कर फरार हो गए थे। इस दौरान पुलिस अभियुक्तों से पूछताछ कर चोरी के आभूषण को बरामद करने का प्रयास कर रही है। इसके अलावा गैंग में शामिल अन्य अभियुक्तों को चिन्हित किया जा रहा है। दुर्गापुर में अन्य राज्यों एवं जिलों के चोर गैंग के सदस्य सक्रिय हैं। इस संदर्भ में पुलिस ने बताया कि अभियुक्तों को रिमांड पर लेकर पूछताछ जारी है। अभियुक्तों से पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
दक्षिण भारत चोर गैंग के सदस्य हुए थे गिरफ्तार
दुर्गापुर में कुछ दिनों पहले कोकोवेन थाना की पुलिस ने दक्षिण भारत चोर गैंग के तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया था। रिमांड समाप्त होने के बाद अभियुक्तों को अदालत में पेश किया गया था। दुर्गापुर थाना की पुलिस ने अभियुक्तों को रिमांड पर लेने हेतु अदालत से आवेदन किया था। अदालत ने मामले की सुनवाई के बाद पुलिस की अर्जी पर अभियुक्तों को तीन दिनों के लिए रिमांड पर भेजने का आदेश दिया था। अभियुक्तों को रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। दुर्गापुर में लंबे समय से सक्रिय दक्षिण भारत चोर गिरोह को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अभियुक्तों में तमिलनाडु वेल्लोर निवासी कुमार अप्पा राव, जी कुमार एवं पी बालाजी शामिल हैं। दुर्गापुर में कई वर्ष से गिरोह के सदस्य दक्षिण भारत से आकर कंप्यूटर, लैपटॉप और महंगे मोबाइल फोन चुराकर उन्हें चेन्नई ले जाकर बेचते थे। इसके लिए अभियुक्तों ने एक किराए का मकान लिया था। अभियुक्त घूम-घूमकर लोगों से सहायता मांगने का नाटक करते थे। इसी बहाने घरों का मुआयना करते और घरों में रखे कंप्यूटर तथा लैपटॉप की जानकारी जुटाते थे। इसके बाद मौका मिलते ही चिह्नित घरों से कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल चुराकर अपने किराए के मकान में लौट आते थे। कोकोवेन थाना की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर लिलुआ बांध इलाके के उस किराए के मकान में छापा मारा था। अभियुक्तों के पास से 6 लैपटॉप और 34 मोबाइल फोन बरामद किया गया था।