मुर्शिदाबाद : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने ड्रग तस्करों के हमले और उनकी साजिश को नाकाम कर दिया। वहीं छापेमारी कर भारी मात्रा में हेरोइन और कई नशीली दवाएं बरामद की गईं। बरामद मादक पदार्थ का बाजार मूल्य लगभग 1.17 करोड़ रुपया है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार रात करीब आठ बजे गश्त कर रही बीएसएफ की 144वीं बटालियन ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर लालगोला थाने के रामनगर बॉर्डर से मादक पदार्थ बरामद किया।
एक दल घुस रहा था भारत में, दूसरा जा रहा था बांग्लादेश
पुलिस सूत्रों के अनुसार, उस रात जब अचानक बिजली चली गई तो गश्ती दल के सदस्य को कुछ संदिग्ध आवाजें सुनाई दीं। इस दौरान उन्होंने पांच - छह लोगों के एक समूह को बांग्लादेश से भारत की सीमा पार करते हुए देखा। दूसरी ओर, उतनी ही संख्या में लोग भारतीय सीमा पार कर बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रहे थे। बीएसएफ की मौजूदगी को भांपकर बांग्लादेशी पीछे भागने लगे। वहीं भारतीय सीमा के तस्कर धारदार हथियारों के साथ बीएसएफ के जवानों पर हमला करने को आगे बढ़े। स्थिति का आकलन करते हुए तथा अपनी आत्मरक्षा को लेकर गश्त कर रहे सैनिक ने पहले दो राउंड फायर किए लेकिन तस्करों ने भी आक्रामकता जारी रखी। यह देख सैनिकों को दो ग्रेनेड फेंकने पर मजबूर होना पड़ा। इससे घबराकर तस्कर एक प्लास्टिक बैग छोड़कर भाग गए। वहीं जब प्लास्टिक बैग को बरामद कर उसे खोला गया तो उसमें 2 किलो 306 ग्राम हेरोइन के साथ-साथ न्यूरोलॉजिकल, साइकियाट्रिक और डायबिटीज की गोलियां बरामद हुईं। बीएसएफ सूत्रों के अनुसार मादक पदार्थों का बाजार मूल्य लगभग 1.17 करोड़ रुपया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस तस्करी में शामिल दो लोगों की पहचान हो पाई है जिनके नाम जाहिदुल इस्लाम उर्फ बाबू (33) और आखिल शेख (28) हैं। दोनों का घर लालगोला थाना के रामनगर इलाके में है। बीएसएफ ने घटना के संबंध में लालगोला पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। बीएसएफ ने बरामद मादक पदार्थ शनिवार को लालगोला पुलिस थाने को सौंप दिया। पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है।