मुर्शिदाबाद : पंजाब नेशनल बैंक की फरक्का शाखा में 64 लाख रुपये के भ्रष्टाचार मामले में बैंक के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार लोगों में एक कैशियर और दूसरा अस्थायी कर्मचारी है। गिरफ्तार अस्थायी कर्मचारी का नाम प्रवीण दत्ता और कैशियर का नाम शुभेंदु साहा है। दोनों फरक्का थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। बैंक का अस्थायी कर्मचारी प्रवीण दत्ता वित्तीय भ्रष्टाचार के आरोपों के केंद्र में था। हालांकि, उपभोक्ताओं का मानना है कि प्रवीण इतना बड़ा भ्रष्टाचार अकेले नहीं कर सकता है। हो सकता है कि बैंक में कोई और उसके साथ शामिल हो। उस आशंका के साथ पुलिस को बैंक के कैशियर शुभेंदु साहा पर भी ध्यान गया। अंत में, पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें अदालत भेज दिया। हालांकि बैंक अधिकारियों ने कहा कि वे जांच कर रहे हैं कि क्या इस भ्रष्टाचार के मामले में कोई और भी शामिल है। वहीं फरक्का पुलिस स्टेशन की जांच टीम इस बात पर भी नजर रख रही है कि क्या कोई बड़ा गिरोह पूरी घटना में शामिल है। बैंक मैनेजर अरिंदम मित्रा ने बताया कि ग्राहकों के खातों से पैसे गायब होने की शिकायतें काफी समय से आ रही थीं। कई ग्राहकों ने बैंक से शिकायत की है कि उनकी जानकारी के बिना पैसे निकाले जा रहे हैं। शिकायत के जवाब में थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है। प्रारंभिक तौर पर पता चला है कि 30 ग्राहकों के खाते से करीब 64 लाख रुपये की गड़बड़ी पाई गई है। अब तक कुल 50 ग्राहकों ने शिकायत की है। नुकसान की जांच की जा रही है। दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अगर ग्राहकों की शिकायत सही पाई जाती है, तो उनके पैसे वापस कर दिए जाएंगे। इस घटना से स्थानीय स्तर पर सनसनी फैल गई है। पुलिस और बैंक अधिकारियों की संयुक्त जांच से अब पता चलेगा कि फरक्का पीएनबी भ्रष्टाचार मामले का असली मास्टरमाइंड कौन है।