बैंक खाते से रुपए चुराए जाने की जानकारी देती महिला 
आसनसोल

महिलाओं के खाते से पैसे उड़ाने के आरोप में एक युवक गिरफ्तार

उसने फसल बीमा के नाम पर महिलाओं से आधार और पैन कार्ड जमा कर लिए

मिदनापुर: प्रशासन की ओर से बार बार लोगों को ऑनलाईन फ्रॉड से बचने के लिए सतर्क किया जाता है। मोबाईल में फोन करते समय भी पहले यही संदेश सुनाई देता है उसके बावजूद अभी भी काफी लोग इस पर ध्यान नही दे रहें हैं। जालसाज हमेशा ताक लगाए बैठें हैं और मौका मिलते ही जाल बिछा कर लोगों को चूना लगा रहे हैं।

पश्चिम मिदनापुर जिले की घाटाल थाने की पुलिस ने इसी तरह के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया। उस युवक पर एक महिला के बैंक एकाउंट से रुपए उड़ाने का आरोप है। पता चला है कि कुछ महीने पहले उत्पल राय नामक पैंतीस वर्षीय युवक शुकचंद्रपुर इलाके में घर-घर जाकर खुद को बैंक कर्मचारी बता रहा था। स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि उसने फसल बीमा के नाम पर महिलाओं से आधार और पैन कार्ड जमा कर लिए। इसके बाद उनसे स्मार्ट फोन लेकर उनमें कुछ ऑनलाइन भुगतान ऐप इंस्टॉल करा दिए। महिलाओं ने आरोप लगाया कि उसने उन ऐप के जरिए अपने खाते में पैसे ट्रांसफर कर लिए। आर्थिक रुप से प्रताड़ित महिला मीना जाना के मुताबिक वह कोई खास पढ़ाई-लिखाई नहीं जानती हैं। स्मार्ट फोन चलाना भी नहीं जानते। पैसे चोरी होने की बात भी पता नहीं चली, घटना के एक महीने बाद जब वह बैंक जाकर पास बुक अपडेट की तो पाया कि खाते से चालीस हजार रुपये गायब हो गए हैं। इस संदर्भ में मीना के पति ने कहा कि जब वे दोनों युवक आए तो घर में कोई पुरुष सदस्य नहीं था। इसका फायदा उठाकर उन्होंने घर की महिलाओं को बेवकूफ बनाया। मालूम हो कि उत्पल सुल्तानपुर इलाके के रंजपुर गांव का रहने वाला है। ग्रामीणों ने आगे आरोप लगाया कि इस काम में उत्पल की मदद गांव के ही 30 वर्षीय युवक संजीव ने की थी। वह साइबर कैफे चलाता है। उनका दावा है कि इस घटना के बाद से संजीव का कोई पता नहीं है। इस ठगी का शिकार होने के बाद मीना जाना, टिंकू जाना और मयना घाटाल थाने में शिकायत दर्ज कराई। सबूत के तौर पर मीना की उत्पल के साथ कॉल रिकॉर्ड भी पुलिस को दी गई। लेकिन उनका आरोप है कि पुलिस ने कोई शिकायत नहीं ली। इसके बाद उन्होंने सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट से भी संपर्क किया। गुरुवार को स्थानीय लोगों ने उत्पल को स्थानीय बैंक में देखकर पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर घाटाल पुलिस मौके पर पहुंची और उत्पल को गिरफ्तार कर लिया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभियुक्त युवक उत्पल पर पहले भी इस तरह की धोखाधड़ी के आरोप हैं, उससे पूछताछ कर रहे हैं। जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।ष् इसके अलावा पुलिस संजीव की भी तलाश कर रही है। उसके साइबर कैफे व्यवसाय की पहले से ही जांच चल रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार संजीव पर बैंक पासबुक अपडेट करने के बहाने साइबर कैफे में आए कई लोगों से पैसे ऐंठने का भी आरोप है। इस धोखाधड़ी के बारे में घाटाल थाने के ओसी शंख चटर्जी ने बताया, प्रशासन इस तरह की धोखाधड़ी को लेकर बार-बार चेतावनी दे रही है। दूरदराज के गांवों में कई तरह के प्रचार अभियान भी चलाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, भारत सरकार के दूरसंचार विभाग ने भी इस मामले को लेकर बार-बार चेतावनी दे रहा है लेकिन लोग अभी भी जागरूक नहीं हैं।

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