मिदनापुर : मां बाप ने अपने बेटे को स्वस्थ जीवन में वापस लाने के लिए एक नशा मुक्ति केंद्र में भेजा था लेकिन वहां पर उस युवक पर टॉर्चर किए जाने का आरोप लगाया गया है। उस युवक के मां बाप ने उस नशा मुक्ति केंद्र के खिलाफ अपने बेटे को टॉर्चर करने की शिकायत दर्ज कराई। यह घटना पश्चिम मिदनापुर जिले के दासपुर के गोयलाखाली में हुई। घटना की जांच के बाद पुलिस ने सेंटर के मालिक सौविक पांजा और मैनेजर ऋत्विक मंडल को गिरफ्तार कर लिया। जब उन्हें घाटल महकमा अदालत में पेश किया गया, तो जज ने दोनों को 4 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजने का आदेश दिया।
सूत्रों के मुताबिक पश्चिम मिदनापुर जिले के दासपुर के राधाकांतापुर का रहने वाले युवक के अभिभावकों ने कहा कि उनका बेटा दिन-ब-दिन शराब का आदी होता जा रहा था। इसलिए कुछ महीने पहले उन्होंने अपने बेटे को डिटॉक्सिफिकेशन सेंटर में भर्ती कराया। उनका आरोप है कि जब वे डिटॉक्सिफिकेशन सेंटर में अपने बेटे से मिलने गए, तो उन्हें उससे मिलने नहीं दिया गया। कई बार पूछने के बाद वे अपने बेटे से मिलते थे। उन्होने कहा कि तीन दिन पहले उसे देखने गए तो पता चला कि बेटे को बुरी तरह पीटा गया था। वह बीमार था और उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाना पड़ा। हमने उसे इस उम्मीद में वहां रखा था कि उसकी लत छूट जाएगी, उसे मारने के लिए नहीं। उनका आरोप है कि उनके बेटे को न केवल उसे पीटा गया, बल्कि उसे कई तरह की मानसिक यातनाएं भी दी गईं। इस बात की जानकारी मिलने पर वे अपने बेटे को डिटॉक्सिफिकेशन सेंटर से घर ले गए और उस सेंटर के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। घाटाल के एसडीपीओ दुर्लभ सरकार ने कहा, शनिवार को हमें शिकायत मिली कि एक 30 साल का युवक पिछले एक महीने से डिटॉक्सिफिकेशन सेंटर में भर्ती है, उसे प्रताड़ित किया गया। खबर मिलने के बाद हमने पुलिस को वहां भेजा। सबसे बात करने के बाद मुझे पूरे मामले का पता चला। परिवार ने एफआईआर दर्ज करा दी है और डिटॉक्सिफिकेशन सेंटर के मालिक और मैनेजर से पूछताछ करके पूरी घटना की जांच शुरू कर दी गई है।