बर्नपुर : भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) की राष्ट्रवादी और श्रमिक हितैषी विचारधारा ने एक नया इतिहास रचा है। संगठन की नीतियों और समर्पित कार्यशैली से प्रेरित होकर इस्को के विभिन्न विभागों से करीब 200 साहसी और विचारशील कर्मचारियों ने बीएमएस की सदस्यता ग्रहण की है। गौरतलब है कि जिस तरह से कर्मचारी बीएमएस में शामिल होते जा रहे हैं, इसे देखकर लग रहा है कि यह एक सदस्यता समारोह नहीं बल्कि श्रमिक आंदोलन की उस क्रांति की शुरुआत है जिसकी गूंज अब पूरे बर्नपुर में सुनाई देने वाली है। वहीं संगठन से जुड़ने वाले प्रमुख सदस्यों में श्रीकांत शाह, अचिंत्य माझी, राजेश कुमार, मिथलेश कुमार, जियाउर रहमान के साथ कई कर्मचारी थे। मौके पर बर्नपुर इस्पात कर्मचारी संघ के महासचिव संजीत बनर्जी ने कहा कि अब वह दिन दूर नहीं जब बीएमएस इस्को में अपनी विचारधारा को पूरी तरह स्थापित करेगा। यह परिवर्तन नहीं बल्कि क्रांति की शुरुआत है, जो श्रमिकों के आत्मसम्मान एवं अधिकार की क्रांति है। वहीं बर्नपुर ठेकदार मजदूर संघ के अध्यक्ष महेश बनर्जी ने बताया कि भारतीय मजदूर संघ की विचारधारा केवल यूनियनबाजी नहीं, बल्कि एक संस्कार है, जहां न कोई लालच है, न सत्ता की होड़, सिर्फ सेवा का जज्बा और संघर्ष की निष्ठा है। इस मौके पर बीएमएस यूनियन के अध्यक्ष अजय सिंह, महासचिव संजीत बनर्जी, विजय कुमार (कार्यकारी अध्यक्ष), संजीत प्रसाद (महासचिव बीटीएमएस), सचिन कुमार (कोषाध्यक्ष), दीपक कुमार सिंह (उपाध्यक्ष), मीत चौधरी, संतोष झा, रवि रजक, गणेश साव सहित सैकड़ों की संख्या में श्रमिक साथी उपस्थित थे।