जामुड़िया : माकपा की क्षेत्रीय कमेटी ने चुनाव के पूर्व अपना दम खम दिखाने के लिए अभी से ही तैयारी शुरू कर दी है। सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस को विभिन्न समस्याओं पर घेरने की रणनीति के तहत गुरुवार को नगर निगम के बोरो एक कार्यालय का घेराव बुनियादी सुविधाओं की मांग पर किया। इस प्रदर्शन के दौरान जामुड़िया थाना पुलिस भारी संख्या में मौजूद थी जिसे माकपा नेताओं ने हास्यास्पद बताया। माकपा नेताओं और कर्मियों ने सिद्धू कान्हू मोड़ से जुलूस निकालकर नंदी मोड़ होते हुए दामोदरपुर स्थित बोरो कार्यालय में दो घंटे तक प्रदर्शन किया। इसके उपरांत 5 सदस्यों के प्रतिनिधि मंडल ने बोरो चेयरमैन शेख शानदार को ज्ञापन सौंपा।
तृणमूल कांग्रेस ने कुछ पुलिस कर्मियों को बनाया भ्रष्टाचारी - वंशगोपाल
प्रदर्शन कर रहे माकपा समर्थकों को संबोधित करते हुए वंशगोपाल चौधरी ने कहा कि जब वह राज्य के मंत्री थे, उस समय कोलकाता के पुलिस डीजी आसनसोल के पुलिस अधीक्षक थे। उस समय वह काफी ईमानदार थे। आज ममता बनर्जी ने उन्हें दल का दास बनाकर रख दिया है। आज क्षेत्र में अजय नदी, दामोदर से अवैध रूप से बालू खनन कर प्राकृतिक संपदा को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया गया। तृणमूल कांग्रेस के नेता, मंत्री से लेकर स्थानीय कर्मी तक भ्रष्टाचार में लिप्त हो गये हैं। उन्होंने कहा कि बाममोर्चा का एक भी नेता भ्रष्टाचार में नहीं था, इसलिए सीबीआई माकपा को नहीं पकड़ कर तृणमूल कांग्रेस के नेता-मंत्री को जेल में भर रही है।
माकपा ने जो विकास किया, उस पर रंग करने की भी ताकत नहीं है - तापस कवि
माकपा के नेता सह जामुड़िया नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन तापस कवि ने कहा कि उनके समय कर अदायगी वर्ष में एक करोड़ रुपये था। आज तृणमूल कांग्रेस द्वारा संचालित नगर निगम का जामुड़िया से तीन गुना अधिक टैक्स लिया जा रहा है, फिर भी विकास दूर तक दिखाई नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि माकपा द्वारा उस समय 22 वार्डों में सामुदायिक भवन बनाये थे। आपायन भवन सहित टैक्सी स्टैंड, बस स्टैंड, ट्रक टर्मिनल का निर्माण किया गया था लेकिन उसे भी बचाये रखने में तृणमूल कांग्रेस पूरी तरह से विफल रही है। दूषित पानी का वितरण के लिए नगर निगम पूरी तरह से जिम्मेदार है।
कवि नजरूल के नाम पर सिर्फ राजनीतिक रोटी सेंकती है तृणमूल कांग्रेस - बुद्धदेव रजक
डीवाईएफआई की राज्य कमेटी के सदस्य बुद्धदेव रजक ने कहा कि कवि नजरूल की जन्मभूमि जामुड़िया में है। उनके 100वें जन्मदिन पर तत्कालीन नगर पालिका ने नजरूल शतवार्षिकी भवन का निर्माण कराया था जो आज पूरी तरह से जर्जर हालत में है। छत पूरी तरह टूट गयी है। नलों में पानी नहीं है। नजरूल शतवार्षिकी भवन में प्रवेश मात्र से ही भय लगता है लेकिन तृणमूल कांग्रेस को कोई लज्जा नहीं है। पहले जब जितेंद्र तिवारी मेयर थे, उन्होंने 2 करोड़ 50 लाख रुपये जीर्णोद्धार के लिए आवंटित किए थे जो नहीं हुआ। उसके बाद बिधान उपाध्याय मेयर बने। उन्होंने तीन साल पहले फिर 5 करोड़ आवंटन किया था जो आज तक नहीं हुआ। आज एक बार फिर बोरो चेयरमैन शेख शानदार ने 1 करोड़ 99 लाख रुपये के आवंटन की बात कही है। तृणमूल सिर्फ आस्वाशन देना जानती है। काम सिर्फ कागजों में रखकर अपनी पॉकेट मनी बनाने के कार्य में सभी व्यस्त हैं।
प्रमुख नेताओं ने दर्ज कराई अपनी उपस्थिति
इस मौके पर पश्चिम एरिया कमेटी के सचिव सुमित कवि, माकपा की जिला कमेटी सदस्य कलीमुद्दीन अंसारी, वरिष्ठ नेता सुंदर जोशी, सुजीत दत्त, भरत पासवान, खेत मजदूर यूनियन के दिलीप बाउरी, कृषक सभा के शुभाशीष मंडल, डीवाईएफआई के जिला सदस्य बिकास यादव, बादल कर्मकार, अब्दुल कयूम, संजय चटर्जी, अरुणाभ मुखर्जी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।