बेलघरिया : रविवार को ही अभया के माता-पिता ने कहा था कि जिस जगह पर उनकी बेटी 3 सालों से दुर्गा पूजा करती आ रही थी वे लोग वहीं अपनी बेटी के लिए इंसाफ की मांग पर पंचमी से ही धरना पर बैठेंगे। अपने इस पूर्व निश्चय के अनुसार ही मंगलवार को पंचमी की शाम अभया के माता-पिता, चाचा-चाची, चचेरे भाई सहित अन्य परिजन धरने पर बैठ गये। वे विजया दशमी तक ऐसे ही अपना धरना जारी रखेंगे। गत साल जहां सोदपुर के इस परिवार के सदस्यों की भीड़ अभया के द्वारा आयोजित की जाने वाले दुर्गा पूजा के लिए जुटी रहती थी। लोग यहां देवी दर्शन के लिए आते थे।
वहीं इस साल भी भीड़ उमड़ी मगर देवी दर्शन के लिए नहीं बल्कि एक देवी रूपी डॉक्टर के लिए इंसाफ की मांग पर धरने पर बैठे उसके अभिभावक के लिए। उनके पड़ोसियों ने भी एक सुर में अभया के लिए इंसाफ और हत्यारों को उचित सजा देने की मांग पर नारे लगाये। अभया के पिता ने कहा कि आज के दिन हम घर में नहीं रह पा रहे हैं क्योंकि बेटी के हाथों दुर्गा पूजा को लेकर हमारे घर में इसदिन चहल पहल रहती थी पर अब सब कुछ खत्म हो गया है। उन्होंने डॉक्टरों के सामूहिक इस्तीफे पर कहा कि जो कुछ हो रहा है वह प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए हो रहा है, मगर प्रशासन पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा। व्यवस्थाओं को संभालने में प्रशासन व्यर्थ है।
सीबीआई की पहली चार्जशीट पर पीड़ित पिता ने कहा कि जो सीबीआई को सही लगा वह कर रहा है। उन्होंने कहा कि इंसाफ की उम्मीद पर इस मंच पर भी हमने दीप जलाया है। हमें इंसाफ का उजाला चाहिए। वहीं पीड़िता मां ने रुंधे गले से कहा कि मेरा तो सब कुछ खत्म हो गया है। अब कभी हमारे घर में पूजा आयोजित नहीं होगी।