कोलकाता : कोलकाता की पहचान में ट्राम का वैसा ही विशेष स्थान है जैसे मां की मौजूदगी हमारी जिंदगी में। यह आवाज़ हमें हमारे बचपन और पुरानी यादों की तरफ खींचती है। लेकिन अब ये यादें धुंधली होती जा रही हैं। कोरोना महामारी के बाद से ट्राम सेवाएँ धीरे-धीरे समाप्त होती गई हैं। वर्तमान में केवल चार रूट सक्रिय हैं, लेकिन ये भी बंद होने की कगार पर हैं। राज्य के परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती ने हाल ही में घोषणा की है कि ट्राम केवल जॉय राइड के रूप में धर्मतला और मैदान के बीच चलेगी। यह निर्णय ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए लिया गया है।
जॉय राइड का प्रस्ताव
मंत्री ने कहा कि एस्प्लेनेड से मैदान तक एक सुसज्जित ट्राम चलाए जाने का प्रस्ताव है, जो हेरिटेज स्वरूप में लोगों को आकर्षित करेगी। हालांकि, ट्राम सेवाओं को निलंबित करने के निर्णय को लेकर कलकत्ता ट्राम यूजर्स एसोसिएशन ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है।
सांस्कृतिक धरोहर का नुकसान
कोलकाता की पुरानी यादें, जैसे डबल डेकर बसें, टेलीग्राम और गैस के गुब्बारे, समय के साथ मिटती जा रही हैं। ट्राम का अंत भी इसी क्रम में एक और कड़ी बनता जा रहा है। यह हमारे सांस्कृतिक इतिहास का एक हिस्सा था, जो अब धीरे-धीरे लुप्त होता जा रहा है। कोलकाता में ट्राम सेवा का भविष्य अनिश्चित है। क्या यह अद्भुत धरोहर समय के गर्भ में खो जाएगी? यह सवाल हम सभी के मन में एक गहरी छाप छोड़ता है।
Kolkata Tram को लेकर बड़ी खबर
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