Hawkers in Kolkata : राम मंदिर में भी प्लास्टिक शेड हटाये गये | Sanmarg

Hawkers in Kolkata : राम मंदिर में भी प्लास्टिक शेड हटाये गये

कोलकाता :  राम मंदिर से भी प्लास्टिक शेड हटा दिये गये हैं। यहां बैठने वाले हॉकर राजकुमार साव लगभग 20 वर्षों से दुकान लगाते हैं। उन्होंने कहा, ‘पुलिस हमें प्लास्टिक शेड हटाने के लिये कह कर गयी जिसके बाद हमने प्लास्टिक शेड हटा दिया है। हालांकि बारिश के मौसम में हम कैसे दुकान चलायेंगे, यह नहीं पता। हमारे यहां बिस्कुट और अन्य खाने-पीने के सामान हैं। ऐसे में प्लास्टिक शेड हटाये जाने से हमें समस्या हो सकती है।’ एक और हॉकर सुरेश पोद्दार ने कहा, ‘हम यहां 40 वर्षों से दुकान लगा रहे हैं। हमें प्लास्टिक शेड हटाने के लिये कहा गया था। हालांकि डाला हमारा एक किनारे ही है जिस कारण डाला को लेकर कुछ नहीं कहा गया। बारिश में समस्या तो होगी, लेकिन क्या किया जा सकता है।’यहां की यूनियन कलकत्ता स्ट्रीट हॉकर्स यूनियन के प्रेसिडेंट ओम प्रकाश लाठ ने कहा, ‘मेरा डाला यहां 60 वर्षों से है। पुलिस ने हमें प्ला​स्टिक शेड हटाने के लिये कहा है। अब आगे जिस तरह कहा जायेगा, उसी के अनुसार हम यहां दुकान लगायेंगे।

राज्य की मुख्यमंत्री​ द्वारा हॉकरों को लेकर लिये गये कई कड़े फैसलों के बाद अब महानगर के विभिन्न स्थानों की तस्वीर धीरे-धीरे बदलती हुई नजर आ रही है। बात करें उत्तर कोलकाता की तो यहां हाथीबागान और राम मंदिर ऐसे क्षेत्र हैं जहां काफी समय से हॉकर्स अपना रोजगार चलाते आ रहे हैं। विशेषकर हाथीबागान में लगभग 2 से 2,500 डाला लगाये जाते हैं। पहले की तुलना में अब हाथीबागान की तस्वीर काफी बदल गयी है। यहां हॉकरों ने अपनी दुकानें काफी हद तक समेट ली हैं। पहले जहां सही ढंग से चलने की जगह भी नहीं बचती थी, वहीं अब नजारा काफी बदल गया है। गुरुवार को यहां काफी दुकानें बंद भी देखने को मिली। इसी तरह राम मंदिर में गुरुवार को प्लास्टिक शेड हटाये गये हैं। कोलकाता के काफी बड़े शॉपिंग हब न्यू मार्केट में भी गुरुवार को दुकानें बंद रही क्योंकि यहां सभी को सीएम की मीटिंग का इंतजार था। हॉकर यूनियनों ने सीएम के फैसले का स्वागत जताया है।

हाथीबागान में हटाये गये प्लास्टिक शेड

इस दिन हाथी बागान से प्लास्टिक शेड पूरी तरह हटा दिये गये हैं। यहां उल्लेखनीय है कि सीएम ने मीटिंग में कहा है कि प्लास्टिक शेड से आग लगने का खतरा रहता है जिस कारण इन्हें हटाना जरूरी है। विधान सरणी हॉकर्स एसोसिएशन के सदस्य अमल साहा ने बताया, ‘सड़क की ओर जो सामान रखे जाते थे, उन्हें हटा दिया गया है और सड़क का हिस्सा पूरी तरह खाली कर दिया गया है। दुकानों को एक साइड कर दिया गया है और प्लास्टिक शेड हटाने के साथ ही सड़क की ओर निकले टीन के शेड भी काट कर छोटे कर दिये गये हैं। हाथीबागान से लेकर श्यामबाजार तक हॉकरों की संख्या लगभग 2,500 है।’

न्यू मार्केट में आज से खुलेंगी दुकानें

न्यू मार्केट में कोलकाता समेत बांग्लादेश से भी लोेग आकर शॉपिंग करते हैं। यह शॉपिंग का काफी बड़ा हब है। हॉकर ज्वाइंट एक्शन यूनियन के प्रेसिडेंट लक्खी नाथ साव ने कहा, ‘इस दिन दुकानें पूरी तरह बंद थीं क्योंकि सीएम की मीटिंग का हमें इंतजार था। अब मीटिंग में सीएम ने हॉकरों को हटाने की बात नहीं कही है बल्कि उनके बैठने के लिये कुछ नियम बनाये हैं। गुरुवार को बारिश और सीएम की मीटिंग के कारण दुकानें बंद रखी गयीं। आज से नियमों को मानते हुए दुकानें खोली जायेंगी। यहां लगभग 10,000 हॉकर्स बैठते हैं।’

 

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