कोलकाता: जैसे-जैसे ग्रीष्म ऋतु दस्तक देने लगती है वैसे-वैसे प्रचंड उष्णता से त्रस्त होकर लोग प्राय: विभिन्न फलों के जूसों का आनंद लेने लगते हैं क्योंकि ये नेचुरल एनर्जी प्रदान करते हैं। गर्मियां आते ही ताजे फलों में मौसमी, संतरा, आम, अनार और सेब इत्यादि मौसमी फलों की मांग भी बढ़ जाती है। निस्संदेह, रोगों से सुरक्षा और तरोताजगी की दृष्टि से गर्मियों में इससे बेहतर विकल्प कोई और हो ही नहीं सकता है। इसलिए ताजे फलों का जूस इन दिनों में स्वास्थ्य हेतु लाभप्रद होता है। सेहत को दुरुस्त रखता है। यही नहीं, शरीर भी जूस को पचाने में काफी कम समय लेता है, फलस्वरूप इसमें मौजूद मिनरल्स और विटामिंस आसानी से रक्त में घुलकर शरीर को पूर्ण आरोग्य और चुस्ती-स्फूर्ति दायक बना देते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ विभिन्न फलों के जूसों के बारे में जिसका सेवन करके शरीर को अनेकों बीमारियों से निजात दिलायी जा सकती है।
सेब का जूस : सेब में मेलिक एसिड होता है जो खून के साथ मिलकर अल्कालाइन कार्बोनेट बनाता है। यह खून में जमे हुए यूरिक एसिड के प्रभाव को समाप्त करके पेशाब और मल के जरिए शरीर से बाहर निकाल फेंकता है। इससे शरीर में मौजूद ऑर्थराइटिस, गठिया, गुर्दे रोग की समस्या स्वत: दूर हो जाती है। इतना ही नहीं, दो गिलास सेब का जूस प्रतिदिन लेने से स्मरणशक्ति को तेज रखने और दिमाग की कार्य प्रणाली को दुरूस्त रखने में भी काफी मदद मिलती है।
अंगूर का जूस : यह वजन को नियंत्रित करने में सबसे कारगर है। इससे कोशिकाओं को एनर्जी कंपाउंड्स को अवशोषित करने में सहायता मिलती है।यह जूस कैंसर प्रतिरोधी है और कई दवाइयों के असर को कम कर सकता है। इसीलिए भोजन करने से पहले एक गिलास अंगूर का जूस लेना फायदेमंद साबित होता है लेकिन इसका सेवन करने से पूर्व चिकित्सकों की सलाह लेनी भी आवश्यक होती है। यह लिवर, किडनी, कब्ज में फायदेमंद है।
संतरे का जूस : संतरे में विटामिन ‘सी’, बेटाकैरोटिन, कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो कि शरीर को विभिन्न रोगों से लडऩे की क्षमता प्रदान करता है। हड्डियों को मजबूती देने, मस्तिष्क का विकास करने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर कम करने की क्षमता भी इस जूस में प्रमुखता से देखी जाती है। इसके अलावा, संतरे में भरपूर एंटी-ऑक्सीडेंट्स होता है जिससे हृदय संबंधी रोगों की आशंका नहीं के बराबर होती है। यह जूस साइट्रेट का शानदार सप्लीमेंट समझा जाता है क्योंकि यह तत्व विशेष तौर पर खट्टे फलों में ही पाया जाता है। यह किडनी स्टोंस की परेशानी से भी दो-चार नहीं होने देता है। इसलिए रोजाना एक गिलास संतरे का जूस अवश्य पीना चाहिए। इससे शरीर को शीतलता मिलती है।
अनार का जूस : अनार में मौजूद रसायन शरीर की कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से रोकता है और कैंसर ग्रस्त कोशिकाओं को नष्ट करता है। इस प्रकार अनार का जूस नियमित पीते रहने से कैंसर होने की संभावना बहुत ही कम हो जाती है। और तो और, यह दिल को तमाम रोगों से बचाने में भी काफी सहायता करता है।
अनन्नास का जूस : अनन्नास का जूस बहुत ही स्वादिष्ट और पेट के विकार हेतु लाभप्रद है। इसका नियमित सेवन करने से पाचन क्रिया तीव्र होती है और शारीरिक उष्णता नष्ट हो जाती है। पीलिया वृद्धि, अम्लपित्त और रक्ताल्पता की विकृति में अनन्नास का जूस अति हितकारी है। अनन्नास का जूस पीने से शारीरिक सौंदर्य विकसित होता है, त्वचा कोमल व स्निग्ध होती है और स्थूलता की शिकायत भी दूर होती है जबकि ग्रीष्म ऋतु में उष्णता से उत्पन्न हृदय की बेचैनी को भी नष्ट करता है। इसके अतिरिक्त इन गर्मियों में आप अमरूद, लीची, तरबूज, नाशपाती आदि फलों के जूस का भी भली-भांति सेवन कर सकते हैं। ये जूस शरीर में मौजूद बीमारी फैलाने वाले कीटाणु से तो लड़ते ही हैं अपितु बेचैनी, अवसाद और तनाव को कम करने शीतलता और प्यास की शांति का अहसास दिलाते हैं जिससे मनुष्यों को इस तनाव भरी जिंदगी में शारीरिक थकान और आलस्य जैसी समस्याओं से भी मुक्ति मिल जाती है।
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