कोलकाता : कोलकाता एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान अगर लेजर लाइटें दिखाई दीं तो अब बैंकवेट हॉलों को बंद कर दिया जा सकता है। इस मामले में विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट काफी सख्त रवैया अपनाने जा रही है। उल्लेखनीय है कि इस बारे में पायलटों की शिकायतों के बाद बिधाननगर पुलिस ने बैंक्वेट संचालकों को कड़ी चेतावनी जारी की है। इसके तहत आने वाले अधिकतर थानों में इसे लेकर बैठक की गयी है। साथ ही उनसे एयरपोर्ट के नजदीक वाले सभी बैंकवेट हॉल को चिट्ठी भेजकर इसे बारे में लिखित तौर पर बताने को कहा गया है।
हाल ही में घटी 15 घटनाओं ने बढ़ायी चिंता
पिछले तीन महीनों में, एयरपोर्ट के आसपास के विभिन्न स्थानों से आकाश की ओर केन्द्रित लेजर रोशनी से पायलटों के अंधे होने की 15 घटनाएं सामने आई हैं। सबसे हालिया शिकायत दिल्ली से आने वाले एक इंडिगो पायलट की ओर से आई थी। शनिवार की शाम को लेजर लाइट से कुछ देर के लिए उनकी आंखें बंद हो गयी थी। एक सप्ताह में इस तरह की यह दूसरी घटना है। डीजीसीए के आदेश के अनुसार एयरपोर्ट के 18.5 किमी के दायरे में लेजर लाइट पर प्रतिबंध है। बिधाननगर पुलिस ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि उनके पूरे अधिकार क्षेत्र और बैरकपुर कमिश्नरेट के क्षेत्र के एक बड़े हिस्से में लेजर शो पर प्रतिबंध है।
कहां से आती हैं ये लाइटें ?
पायलटों की शिकायतों पर गौर करें तो अधिकतर लाइटें दमदम, बागुईआटी व बारासात इलाके से मिलती है। इस मुद्दे को गत फरवरी में आयोजित हवाईअड्डा पर्यावरण समिति की बैठक के दौरान उजागर किया गया था, जिसमें राज्य के गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती, एयरपोर्ट डायरेक्टर सी पट्टाभि, बिधाननगर पुलिस कमिश्नर गौरव शर्मा और बिधाननगर डीसी एयरपोर्ट ऐश्वर्या सागर सहित अन्य अधिकारी शामिल थे। बैठक के बाद एयरपोर्ट अधिकारी ने स्पष्ट किया था कि एक लेज़र लाइट एक पायलट को क्षण भर के लिए अंधा कर सकता है, जिससे थोड़ी देर बाद दृष्टि बहाल होने तक वह अक्षम हो जाता है। लैंडिंग प्रक्रिया के दौरान यह खतरनाक होता है जब कोई विमान प्रति मिनट 1,500-2,000 फीट नीचे उतरता है। एयरलाइन के एक अधिकारी ने कहा कि समस्या तब और गंभीर हो जाती है जब पायलट लैंडिंग के लिए रनवे को देखते हुए जमीन पर ध्यान केंद्रित करता है और फिर लेजर लाइटें ध्यान भटकाती हैं, जिससे आंखें बंद हो जाती है।हवाई अड्डे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पायलटों की ओर से एटीसी के पास शिकायतों में अचानक वृद्धि हुई है। “नियम के अनुसार, पायलट लेजर लाइट की घटनाओं की रिपोर्ट एटीसी को देता है जो बदले में एयरपोर्ट के टर्मिनल प्रबंधक को इसके बारे में सचेत करता है। इसके बाद एयरपोर्ट प्रबंधक पुलिस में आधिकारिक शिकायत दर्ज करता है।
कोलकाता एयरपोर्ट पर लेजर से पैदा हुआ Flights को खतरा, उठाया ये बड़ा कदम
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