हुगली : चंदननगर पुलिस कमिश्नरेट के पुलिस मुख्यालय पुलिस लाइन में कार्यरत कांस्टेबल सुकुमार उपाध्याय के सहयोग से दिव्यांग सैफुद्दीन को 12 वर्ष बाद विकलंगता भत्ता मिला। सैफुद्दीन की मां अजमीरा बेगम ने सुकुमार को धन्यवाद देते हुए कहा कि आप भगवान के दूत हैं, बंडेल ईश्वर बाग की रहने वाली अजमीरा का बड़ा बेटा शेख सैफुद्दीन, गत 12 वर्षों से बिस्तर पर है। पेड़ से गिर जाने के कारण पीठ की हड्डी टूट गई है और उसने चलने की क्षमता खो दी। उसने साल भर कोलकाता के अस्पताल में भर्ती होकर इलाज करवाया पर हड्डी ठीक नहीं हुई। तब से वह व्हील चेयर पर है। वह किडनी की समस्या से भी पीड़ित है। सैफुद्दीन की पत्नी दुर्दशा के साथ खड़ी न रह सकी और छोड़ कर चली गई। मिली जानकारी के अनुसार दो महीने पहले चुंचुड़ा अस्पताल में सुकुमार से सैफुद्दीन की मुलाकात हुई। सुकुमार को जेल से आरोपी को अक्सर स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल ले जाना पड़ता है। अस्पताल में उसने सैफुद्दीन को देखा और उसके दर्द और परेशानियों को सुना। फिर उन्होंने उसके लिए कुछ करने का फैसला किया। सुकुमार का सहयोगी सतीनाथ मुखोपाध्याय एसडीओ का सुरक्षा गार्ड है। उनकी मदद से उन्होंने एसडीओ से बात की और मगरा बीडीओ कार्यालय के सहयोग से सैफुद्दीन को विकलांग प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ।
बता दें कि सैफुद्दीन के पास कोई बैंक खाता नहीं था। सुकुमार ने अपने पैसे से उसका बैंक एकाउंट खोलवाया। उसके बाद इस माह सैफुद्दीन के खाते में विकलांग भत्ते की पहली किस्त जमा हुई थी। सैफुद्दीन की मां ने कहा कि विकलांग भत्ता मिलने से बेटे की स्थिति कुछ हद तक सुलझ जाएगी। इस भत्ते की रकम का इस्तेमाल सैफुद्दीन के इलाज में किया जाएगा।