कोलकाता : स्पीड के मामले में ‘हाई स्पीड’ अब काफी पीछे है। वंदे भारत एक्सप्रेस का इंजन हाई स्पीड होने के बावजूद भी इसकी स्पीड 160 किमी प्रति घंटा नहीं है। इसलिए लाइन का इंफ्रास्ट्रक्चर बदलने के साथ-साथ लाइन के किनारे बाड़ लगाने का काम भी चल रहा है। यह काम पूरा होने के बाद अगले साल के मध्य से असली हाई स्पीड ट्रेन लॉन्च की जाएगी। जो दस घंटे में यात्रियों को दिल्ली पहुंचाएगी। हावड़ा डिवीजन का यह काम पूरा होने वाला है। डानकुनी से खाना जंक्शन तक शाखा को 130 किमी से 160 किमी तक विस्तारित करने का काम जोरों पर है।
लोहे की बाड़ से घेरने का काम चल रहा
लाइन का इंफ्रास्ट्रक्चर बदलने के साथ ही लाइन को लोहे की बाड़ से घेरने का काम चल रहा है। हावड़ा के सीनियर डिविजन इंजीनियर (को-ऑर्डिनेशन) सुनील कुमार यादव ने सन्मार्ग को कहा कि काम तेजी से चल रहा है। लाइन के बुनियादी ढांचे को बदलना कोई समस्या नहीं है। हालांकि, लाइन के किनारों पर बाड़ लगाने में कुछ स्थानीय बाधाएं हैं। लेकिन समस्या का समाधान किया जा रहा है। अगले मार्च तक कॉर्ड ब्रांच खाना तक 160 किमी की स्पीड के लिए लाइन तैयार हो जाएगी। भले ही वंदे भारत उस गति से दौड़े, लेकिन राजधानी के इंजन को भी और अधिक तीव्र गति वाला बनाना होगा। इससे और ट्रेन की स्पीड काफी बढ़ जाएगी।