कोलकाता : बंगाल दुर्गा पूजा के लिए प्रसिद्ध है लेकिन क्रिसमस सेलिब्रेशन के लिए भी हर साल यहां हजारों लोग आते हैं। कोलकाता में ब्रिटिश शासन से ही धूमधाम से क्रिसमस मनाने का ट्रेंड शुरू हो गया था, जो आज भी जारी है। इस साल भी क्रिसमस के लिये महानगर में जोरों शोरों से तैयारियां की जा रही है। इसी बीच पर्यटन मंत्री इंद्रनील सेन ने नंदन हॉल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर क्रिसमस फेस्टिवल की घोषणा कर दी है। इस दौरान प्रिंसिपल सेक्रेटरी आईएएस नंदिनी चक्रवर्ती, महिला कमीशन की वीसी डॉ. मारिया फर्नांडीस समेत कई अधिकारी उपस्थित थे। 21 दिसंबर से शुरू होने वाला यह कार्निवल 30 दिसंबर तक चलेगा।
सीएम करेंगी उद्घाटन
क्रिसमस फेस्टिवल का उद्घाटन 21 तारीक को शाम 4.30 बजे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी करेंगी। मंत्री ने बताया कि कोलकाता क्रिसमस फेस्टिवल 2023 एलन पार्क, सेंट पॉल्स कैथेड्रल के साथ-साथ बो बैरक्स में भी विशेष लाइटिंग की जायेगी। हमेशा की तरह, सभी के लिए प्रवेश निःशुल्क है। वहीं 21 से लेकर 23 दिसंबर तक कैमेक स्ट्रीट में बेस्किंग कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। वहीं फेस्टिवल के दौरान (24-25 को छोड़कर) एलन पार्क में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस फेस्टिवल के लिये 2 से 2.5 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं जो की पिछले वर्ष के मुकाबले काफी कम है लेकिन, लोगों की भीड़ इस बार और ज्यादा होगी। वहीं लोगों की सुरक्षा के लिये हेल्थ कियोस्क, आग से लड़ने वाले यंत्र आदि की व्यवस्था की जायेगी।
2011 के बाद से बंगाल में पर्यटकों की संख्या 6 गुणा बढ़ी
क्रिसमस फेस्टिवल की घोषणा के दौरान पर्यटन मंत्री ने बताया कि बंगाल विदेशी पर्यटकों का पसंदीदा स्थान बन गया है। पर्यटन के मामले में पश्चिम बंगाल ने राजस्थान और केरल को पीछे छोड़ दिया है। केंद्र के रिपोर्ट के अनुसार बंगाल पर्यटन में देश के टॉप लिस्ट में तीसरे नंबर पर है। 2011 से पहले सालाना 3.4 लाख पर्यटकों का फूटफॉल होता था। वहीं 2011 के बाद से हर साल बंगाल में पर्यटकों की संख्या 19 लाख के पार पहुंच गया है। इसके अलावा मंत्री ने बताया कि पर्यटन को और भी बढ़ावा देने के लिये उत्तर व दक्षिण बंगाल में कई नये प्रोजेक्ट्स किये जा रहे हैं जैसे कि पुराने प्रॉपर्टिस का नवीनीकरण किया जा रहा है। साथ ही 8 से 10 प्रीमियम प्रॉपर्टिस का उद्घाटन आगामी 6 महीनों में किया जायेगा। इंद्रनील सेन ने कहा कि कोलकाता के अलावा दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, आसनसोल, सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी, चंदननगर, बंदेल, कृष्णानगर, झाड़ग्राम, पुरुलिया, बारुईपुर, अलीपुरद्वार, हावड़ा और विधाननगर के चर्चों सहित कई अन्य क्षेत्रों को रोशन किया जाएगा।