मुंबई: बीते कई दिनों से भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। शुक्रवार(01 दिसंबर) को मार्केट का प्रमुख सूचकांक निफ्टी अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया जबकि सेंसेक्स 493 अंक उछलकर 11 सप्ताह के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। BSE का 30 शेयरों वाले सूचकांक सेंसेक्स 492.75 अंक यानी 0.74 प्रतिशत उछलकर 67,481.19 अंक पर बंद हुआ। यह 18 सितंबर के बाद का इसका उच्चतम स्तर है। कारोबार के दौरान एक समय यह 575.89 अंक तक बढ़कर 67,564.33 पर पहुंच गया था।
इन शेयरों में दिखी जबरदस्त तेजी
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का सूचकांक निफ्टी भी इस तेजी के बीच 134.75 अंक यानी 0.67 प्रतिशत चढ़कर 20,267.90 के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान निफ्टी ने 20,291.55 के रिकॉर्ड स्तर को भी छुआ। सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से आईटीसी, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स और टाटा स्टील में खासी तेजी रही।
दूसरी तरफ महिंद्रा एंड महिंद्रा, विप्रो, मारुति, इंडसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में गिरावट का रुख रहा।
- शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) भारतीय बाजारों में लगातार खरीद कर रहे हैं। एफआईआई ने बृहस्पतिवार को 8,147.85 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की थी।
- भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी (GDP)) वृद्धि दर जुलाई-सितंबर तिमाही में उम्मीद से कहीं अधिक 7.6 प्रतिशत रही। इस तरह भारत ने दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था का अपना तमगा बरकरार रखा है।
- जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “जीडीपी (GDP) के अनुमान से बेहतर आंकड़े वित्त वर्ष 2023-24 के लिए वृद्धि का नजरिया देंगे और इससे बाजार को तेजी की रफ्तार कायम रखने का उत्साह मिलेगा। इसके अलावा वाहनों के मासिक बिक्री आंकड़ों से भी उत्साह नजर आया।”
- शुक्रवार को जारी एक मासिक सर्वेक्षण के अनुसार भारत के विनिर्माण क्षेत्र ने नवंबर में अपने मजबूत प्रदर्शन को जारी रखा है। कीमतों के दबाव में काफी कमी आने और ग्राहकों की ओर से मजबूत मांग बने रहने से ऐसा हुआ है।
- एसएंडपी का विनिर्माण खरीद सूचकांक (पीएमआई) नवंबर में 56 पर पहुंच गया जबकि अक्टूबर में यह आठ महीने के निचले स्तर 55.5 पर था।
- वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.57 प्रतिशत गिरकर 80.40 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
- एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट बढ़त लेने में सफल रहा जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट पर रहा।
- यूरोपीय बाजार सकारात्मक क्षेत्र में कारोबार कर रहे थे। बृहस्पतिवार को अमेरिका के ज्यादातर बाजारों में तेजी रही थी।