Durga Puja 2023 : यहां विराजेगी 32 फीट की देवी दुर्गा की मूर्ति | Sanmarg

Durga Puja 2023 : यहां विराजेगी 32 फीट की देवी दुर्गा की मूर्ति

– यंग बॉयज क्लब की ओर से 54वें वर्ष में इस वर्ष ‘देवी दुर्गा- ब्रम्हांड की शक्ति’ थीम के साथ दुर्गापूजा का किया जा रहा आयोजन
– मंडप के बाहर विराजेगी 32 फीट की देवी दुर्गा की मूर्ति, जिनके 10 हाथों में 10 ग्लोब के जरिये ‘वसुधैव कुटुंबकम’ को दर्शाते हुए ‘पूरा विश्व एक परिवार है’ का संदेश देगी मां
– देवी के दर्शन को आनेवाले लोगों को पंडाल के अंदर झिनुक की मदद से अत्याधुनिक डिजाइन एवं वर्क की देखने को मिलेगी सजावट
कोलकाता : देश-विदेश में पश्चिम बंगाल की दुर्गापूजा भव्य तरीके से थीम-आधारित पंडालों के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। इस वर्ष दुर्गापूजा में यंग बॉयज क्लब के सदस्यों ने हमेशा की तरह प्रासंगिक और सामाजिक मुद्दों को थीम बनाकर मंडप निर्माण की कोशिश की है। इस वर्ष 54वें वर्ष में कमेटी के सदस्य “देवी दुर्गा – ब्रह्मांड की शक्ति” थीम पर मंडप का निर्माण कर रहे हैं। यह पूजा मंडप मध्य कोलकाता में तारा चंद दत्ता स्ट्रीट में सेंट्रल एवेन्यू और रवीन्द्र सरणी को जोड़ने वाले मार्गे में स्थित है। यहां दुर्गोत्सव का आयोजन इलाके के लोगों के लिए एक बड़ा आकर्षण का केंद्र है।
‘पूरा विश्व एक परिवार है’


हिंदू पौराणिक कथाओं में देवी दुर्गा को सबसे शक्तिशाली देवता माना गया है। सामान्य तौर पर दुर्गा की शक्ति को उनके 10 हाथों में अलग-अलग हथियार से दर्शाया जाता है। देवी दुर्गा की दस भुजाएं इस बात का प्रतीक हैं कि वह अपने भक्तों की सभी दिशाओं – आठ कोनों, आकाश और पृथ्वी से रक्षा करती हैं। उनके हाथ में इन 10 ग्लोब विराजमान है, जो यह दर्शाता है कि देवी दुर्गा पूरे पृथ्वी पर कैसे इन 10 ग्लोबों के जरिये अपने भक्तों को सभी कठिनाइयों और समस्याओं से बचा रही हैं।

“वसुधैव कुटुंबकम” एक संस्कृत वाक्यांश है, जो महा उपनिषद जैसे हिंदू ग्रंथों में पाया जाता है, जिसका अर्थ है “विश्व एक परिवार है”।
10 हाथों में 10 ग्लोब को रखा गया है


मीडिया से बात करते हुए मुख्य आयोजक राकेश सिंह ने कहा, इस साल, यंग बॉयज क्लब की ओर से मंडप निर्माण के जरिये देवी दुर्गा की दिव्य शक्ति के अवतार को भक्तों के सामने लाने की कोशिश कर रहा है। मंडप के बाहर 32 फुट की मां दुर्गा की प्रतिमा भक्तों के बीच वैश्विक शक्ति के स्रोत के प्रतीक के रूप में विराजमान रहेगी।

पूरे विश्व की शक्ति को देवी के साथ जुड़ाव को दर्शाने के लिए इस भव्य ऊंची प्रतिमा के 10 हाथों में 10 ग्लोब को रखा गया है। जो पूरे पृथ्वी में विभिन्न पहलुओं के प्रतीक होंगे।
देवी की मूर्ति भी झिनुक से बनी होगी


यहां देवी के दर्शन को आनेवाले लोगों को पंडाल के अंदर झिनुक की मदद से अत्याधुनिक डिजाइन एवं वर्क का जटिल काम देखने को मिलेगा। मंडप के भीतर देवी की मूर्ति भी झिनुक से बनी होगी। पिछले चार महीनों से इस आकर्षक मंडप को भव्य रूप देने का काम चल रहा है। यंग बॉयज़ क्लब के युवा अध्यक्ष श्री विक्रांत सिंह ने कहा, यहां आनेवाले लोगों को भारत की चंद्र विजय के उपलक्ष्य में मंडप के बाहर एक अतिरिक्त आकर्षण, चंद्रयान-3 के एक आकर्षक मॉडल देखने को मिलेगा।

 

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