कोलकाता : दुर्गा पूजा शुरू होने में अब महज 22 दिन शेष हैं। ऐसे में अभी से ही महानगर के लोग तैयारियों में जुट गए हैं। लोगों के पूजा परिक्रमा व्हाट्सएप ग्रुप भी एक्टिवेट हो गए हैं जहां खूब प्लानिंग हो रही है कि वे किस दिन कौन से पूजा पंडालों के दर्शन करेंगे। किस दिन कहां खायेंगे, किस दिन क्या पहनेंगे वगैरह-वगैरह। दुर्गा पूजा के दौरान कई लोग बाहर घुमने जाने की भी प्लानिंग करते हैं और समय और पैसों की बचत के लिए अक्सर टूर पैकेज लेते हैं। लेकिन कई बारे ऐसा होता है कि पूरे पैकेज की बुकिंग करने में लोगों को अक्सर ज्यादा रकम चुकानी पड़ती है अथवा कई बार तो ऐन मौके पर होटल की बुकिंग कैंसल हो जाती है जिससे लोगों को भटकना पड़ता है और उन्हें काफी Harrasment भी होती है। अब लोगों के इसी असुविधा को दूर करने के लिए पर्यटन विभाग ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करेगा यह पैकेज
घूमने से लेकर रहने और खाने पीने तक की व्यवस्था अब पर्यटन विभाग करेगा। वर्तमान में, 16 गंतव्यों के लिए 65 टूर पैकेज लाए गए हैं। पर्यटन विभाग ने मंगलवार को टूर पैकेज जारी किया। पैकेज में छोटे सप्ताहांत यात्रा योजनाओं के साथ पहाड़, वन्य जीवन, विरासत और संस्कृति, प्रकृति, समुद्र तट और धार्मिक पर्यटन भी शामिल है। विभाग को उम्मीद है कि यह पैकेज देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करेगा।
सरकारी टूर पैकेज पर लोगों को रहेगा भरोसा
दुर्गा पूजा को लेकर तरह-तरह के पैकेज भी बनाए जाते हैं। निजी टूर ऑपरेटरों के खिलाफ कई बार कई शिकायतें सामने आई हैं। ऐसे में सरकारी टूर पैकेज भरोसे का क्षेत्र हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रतिस्पर्धा के कारण निजी कंपनियां भी सेवाओं में सुधार करेंगी। हालांकि इस राज्य में पहाड़ों से लेकर समुद्र तक इतनी विविधता है, लेकिन यात्रा के लिए कोई विशेष सरकारी पैकेज नहीं था। लेकिन ये व्यवस्था देश के अलग-अलग राज्यों में मौजूद है। इस बार पर्यटन केंद्र, यात्रा समय, आवास, पर्यटक-गाइड की जानकारी विस्तार से प्रकाशित की गई है। दो पहाड़ी सर्किट दार्जिलिंग-कलिम्पोंग, वन्यजीव जलपाईगुड़ी, उत्तर व दक्षिण 24 परगना, अलीपुरद्वार को कवर किया गया है।
विरासत यात्रा के माध्यम से इन स्थानों का होगा दौरा
विरासत यात्रा की सूची में मालदह, मुर्शिदाबाद, बांकुड़ा, बीरभूम, पूर्वी बर्दवान, हावड़ा, झाड़ग्राम, कूच बिहार और कोलकाता शामिल हैं। प्रकृति भ्रमण के लिए पुरुलिया-झाड़ग्राम, पूर्वी मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना को चुना गया है। केवल उत्तर 24 परगना सप्ताहांत अवकाश स्थलों की सूची में है। जिलों से 100 से अधिक धार्मिक क्षेत्रों (धार्मिक सर्किट) और 400 से अधिक पूजा स्थलों के पते उसमें दिए गए हैं। पर्यटन मंत्री इंद्रनील सेन ने कहा, “मुख्यमंत्री राज्य को पर्यटन के लिए देश का प्रवेश द्वार बनाना चाहती हैं। पर्यटन सचिव नंदिनी चक्रवर्ती ने कहा, ”उम्मीद है कि राज्य के बाहर से पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी।” इसकी जानकारी वेबसाइट के अलावा होटलों को भी दी जाएगी। स्पष्टीकरण के लिए पुस्तिकाएं, क्यूआर कोड, यहां तक कि होटलों के फ्रंट-डेस्क कर्मचारियों का प्रशिक्षण भी पूजा से पहले शुरू हो जाएगा।