कोलकाता : स्वस्थ, सुंदर शरीर हर व्यक्ति पाना चाहता है और इसके लिए व्यायाम बहुत महत्त्वपूर्ण माना जाता है। जब व्यायाम या एक्सरसाइज की बात की जाती है तो हमारे सामने शब्द आते हैं तैराकी, जागिंग, रस्सी कूदना, पैदल चलना, दौड़ना और इन्हें करना प्राय: बोरियत लगती है। चलिए अब हम आपको बताते हैं कसरत की आसान व मनोरंजक शैली। यह शैली है नृत्य या डांस।
संगीत सुनते ही व्यक्ति का अंग-अंग थिरकने लगता है। हर अंग का थिरकना आपके सभी अंगों का व्यायाम या कसरत है। नृत्य करते वक्त केवल पैर ही गतिशील नहीं होते बल्कि संगीत की ताल पर जब शरीर थिरकता है तो उसमें पूरा तन स्पंदन करता है। हाथ, बांहें, टांगें, कमर सब गतिशील रहते हैं। अन्य एक्सरसाइज जैसे तैराकी, जागिंग आदि से जो लाभ शरीर को मिलते हैं, वही लाभ नृत्य से भी मिलते हैं बल्कि इससे न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक लाभ भी मिलते हैं।
नृत्य करने से मांसपेशियां सुदृढ़ बनती हैं, हृदय स्वस्थ रहता है और अगर आपका मन अशांत है तो इसे शांत करने का इससे बेहतर कोई इलाज नहीं हो सकता। बस आपको म्यूजिक ऑन करना है और अपने शरीर को उस ताल पर थिरकने देना है।
आपको इस व्यायाम को करने के लिए किसी एक्सरसाइज मशीन की आवश्यकता नहीं। इस व्यायाम को करने के लिए कोई समय भी निश्चित करने की आवश्यकता नहीं। जब आपके दिल ने कहा आप शुरू हो गए। वैसे हेल्थ विशेषज्ञ इसे ‘एरोबिक नृत्य’ का नाम देते हैं और शरीर में लचीलापन लाने के लिए इसे सर्वश्रेष्ठ मानते हैं। बदन की सुडौलता के लिए भी नृत्य बहुत लाभकारी है।
नृत्य प्रांरभ करने से 10-15 मिनट तक ऐसी शारीरिक क्रियाएं कराई जाती हैं जिससे शरीर में गर्मी आए। शारीरिक तनाव दूर करने के लिए अंगों में खिंचाव वाली क्रियाएं भी करवाई जाती हैं। फिर 10-15 मिनट ऐरोबिक नृत्य के विभिन्न प्रकार करवाए जाते हैं। आजकल ऐरोबिक नृत्य की कैसेटस भी बाजार में उपलब्ध हैं जिन्हें देखकर आप वैसा ही नृत्य करें। टी.वी. में भी कई ऐसे कार्यक्रम दिखाए जाते हैं जिनमें कई प्रकार के ऐरोबिक नृत्य सिखाए जाते हैं।
नृत्य करने से आपका हृदय मजबूत बनता है और इसके अन्य प्रभाव आप कुछ दिन ऐरोबिक नृत्य करने के पश्चात् देख सकते हैं। जब आप अपने को शीशे के सामने देखेंगे तो पाएंगे कि आपका मोटापा कम हो गया है और आपके शरीर की मांसपेशियां पहले से काफी मजबूत हो गई हैं। आपका बदन सुदृढ़ होगा जिससे आपके शरीर के अंग सुंदर नजर आएंगे।
अक्सर व्यायाम करते वक्त लोग कहते हैं कि इससे थकावट होती है लेकिन ऐसा नहीं है। जब आप नृत्य करते हैं तो आपको अधिक ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है इसलिए आप थका हुआ महसूस नहीं करते बल्कि प्रफुल्लित अनुभव करते हैं। साथ ही शरीर में रक्त संचार में वृद्धि होती है। तीव्र रक्त संचार बहुत से स्वास्थ्य लाभ देता है जैसे आपकी त्वचा में निखार आना आदि।
अगर आप नृत्य करते हुए व्यक्ति के चेहरे की तरफ ध्यान दें तो उसमें आभा और तेज को अनुभव करेंगे। इसलिए आपकी त्वचा के लिए भी यह बहुत लाभकारी है। जो तेज व आभा सौंदर्य प्रसाधन नहीं ला सकते, वह तेज आपको नृत्य दे सकता है।
जब आप नृत्य करते हैं तो उस दौरान संगीत का भी आनंद लेते हैं। यह संगीत आपके मन पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। कई लोगों ने तो अपने क्रोध को कम करने के लिए भी नृत्य को अपनाया है। अगर आपको बहुत क्रोध आ रहा है तो आप हल्का संगीत चलाएं और अपने शरीर को ढीला छोड़ कर नृत्य करें। इससे आपका ध्यान हटेगा व आपका क्रोध शांत होगा। क्रोधित होकर ताण्डव नृत्य न करें बल्कि मुक्त स्वच्छंद अनुभव करते हुए नृत्य करें।
तंदुरूस्ती के लिए एरोबिक नृत्य अच्छा है पर इसका अभ्यास करते समय सावधानी बरतें। अगर आपकी आयु 30 वर्ष से अधिक है तो आप एरोबिक नृत्य करने से पूर्व अपने डॉक्टर से सलाह ले लें। वृद्ध व्यक्तियों को यह व्यायाम कम करने की सलाह दी जाती है, इसलिए बिना डॉक्टर के परामर्श के इसको प्रारंभ न करें।
यह एक मनोरंजक खेल है और बच्चों के लिए सबसे अच्छा व्यायाम। नृत्य अभ्यास करते-करते आप एक कुशल नर्तक भी बन सकते हैं। नृत्य करने से आपका अंग संतुलन भी बनेगा। नृत्य करते वक्त इस बात पर अधिक ध्यान न दें कि आपका अंग संचालन ताल व नियमानुरूप है या नहीं क्योंकि इससे आप मनोरंजन कम अनुभव करेंगे।