कोलकाता : कोलकाता एयरपोर्ट में टर्मिनल इलाके के विस्तार का काम दिसंबर से शुरू किया जाएगा। इसके लिए एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया जल्द ही टेंडर जारी करेगी। इसे लेकर दिल्ली में हाई लेवल बैठक की गयी है। सूत्रों के मुताबिक कोलकाता एयरपोर्ट के एरिया का विस्तार किया जाएगा। इसमें सलंग्न इलाके को टर्मिनल से जोड़ा जाएगा। इस विस्तारीकरण की प्रक्रिया में अंतरराष्ट्रीय व घरेलू दोनों टर्मिनल में इलाके को बढ़ाया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल के विस्तारीकरण के बाद जो इलाका बचेगा, उसे घरेलू टर्मिनल में जोड़ा जाएगा।
सिक्यूरिटी होल्ड एरिया को बढ़ाया जाएगा : घरेलू उड़ान के कई यात्रियों की शिकायत है कि उन्हें घरेलू टर्मिनल में सुरक्षा जांच के लिए लंबी कतारों में इंतजार करना पड़ता है क्योंकि पर्याप्त काउंटर नहीं हैं। इसपर भी काम किया जा रहा है। सिक्यूरिटी होल्ड एरिया को बढ़ाया जाएगा। एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया 2030 तक कोलकाता एयरपोर्ट की वार्षिक यात्री-हैंडलिंग क्षमता को 26 मिलियन से बढ़ाकर 61 मिलियन करने के उद्देश्य से टर्मिनल विस्तार की योजना बना रहे हैं।
एयरपोर्ट डायरेक्टर सी. पट्टाभि ने कहा कि हम मौजूदा टर्मिनल के अंतरराष्ट्रीय विंग में जल्द ही एक मॉड्यूल जोड़ेंगे। इससे अराइवल लाउंज अधिक बड़ा होगा, यह हमें घरेलू विंग में चार और बस प्रस्थान द्वार जोड़ने की अनुमति देगा, जिससे संख्या बढ़कर 10 हो जाएगी।
4000 स्क्वायर मीटर क्षेत्र बढ़ेगा
अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल से सटे 4000 स्क्वायर मीटर इलाके को टर्मिनल में जाेड़ा जाएगा। इसमें इमिग्रेशन, अराइवल तथा डिपार्चर इलाके को इधर नये क्षेत्र में बनाया जाएगा। इसमें एक चेक इन पोर्टल भी रखा जाएगा। वहीं घरेलू टर्मिनल इलाके का भी विस्तार किया जाएगा। इस इलाके में सिक्यूरिटी होल्ड इन एरिया को बढ़ाया जाएगा। इसके लिए दिसंबर से काम शुरू होगा। सूत्रों की माने तो इस काम को जुलाई-अगस्त से शुरू होना था लेकिन कोविड से उबरने के बाद भी यात्रियों की संख्या में अधिक वृद्धि नहीं होने के कारण इस परियोजना में भी डिले किया गया।
20 लाख अधिक यात्रियों को संभालेगा एयरपोर्ट
एयरपोर्ट अथारिटी टर्मिनल भवन की क्षमता बढ़ाने की योजना बना रहे हैं ताकि यह हर साल 20 लाख अधिक यात्रियों को संभाला जा सके। टर्मिनल वर्तमान में सालाना 26 मिलियन यात्रियों को संभालता है। एयरपोर्ट अधिकारी के मुताबिक 4,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनी नयी संरचना को मौजूदा टर्मिनल से जोड़ दिया जाएगा। खाली पड़े स्थान का उपयोग करके और भवन के लिए एक छोटे से विस्तार का निर्माण करके टर्मिनल की क्षमता बढ़ाने पर काम किया जा रहा है। एक अतिरिक्त टैक्सी वे और तीन अतिरिक्त रैपिड एग्जिट टैक्सी वे बनाए जा रहे हैं ताकि तेजी से उड़ान भरी जा सके और लैंडिंग के बाद रनवे को खाली करने के लिए विमान द्वारा लिए गए समय को कम किया जा सके। टर्मिनल भवन में खाली स्थान का उपयोग करने पर काम किया जा रहा है।