भारी हिंसा के बीच हुआ पंचायत चुनाव, 14 लोगों की हुई मौत | Sanmarg

भारी हिंसा के बीच हुआ पंचायत चुनाव, 14 लोगों की हुई मौत

कहीं बूथ कैप्चरिंग तो कहीं मतपेटियां फेंकी गयीं
केंद्रीय बलों को बैठाकर रखने पर बीएसएफ के आईजी ने जताया रोष
शाम 5 बजे तक 66.28% मतदान
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राज्य में भारी हिंसा के बीच पंचायत चुनाव संपन्न हुआ। सुबह 7 बजे से ही राज्य के विभिन्न हिस्सों से हिंसा की घटनाएं देेखने काे मिलीं। शाम तक 14 लोगों की जान हिंसा की विभिन्न घटनाओं में जा चुकी थी। मुर्शिदाबाद के हरिहरपाड़ा में बैलट बॉक्स समेत पुलिस का वाहन फूंके जाने का आरोप है। इधर, सबसे बड़ा आरोप खुद बीएसएफ के आई जी ने लगाया है। उन्होंने राज्य चुनाव आयोग को पत्र लिख कर कहा है कि जानबूझ कर सेंट्रल फोर्स काे बैठा कर रखा गया तथा तथा संवेदनशील जगह थे वहां उन्हें नहीं भेजा गया। बीएसएफ के आईजी ने राज्य चुनाव आयोग को भेजे गये पत्र में आरोप लगाया है कि लॉजिस्टिक्स की भारी कमी थी और बूथों पर ले जाने की कोई व्यवस्था नहीं थी। साथ ही पत्र में कई जगहों पर वाहिनी की तैनाती के सटीक स्थान नहीं दिये जाने का भी आरोप लगाया गया।
ग्राम बांगला का हाल चुनाव के दौरान यह था कि कहीं बैलट लेकर किसी को दौड़ते हुए देखा गया तो कहीं बैलट बॉक्स में आग लगा दी गयी। कहीं बमों के धमाके तो कहीं गोलियों की आवाज से पूरा पंचायत चुनाव दहल उठा। इस दिन कुल 14 लाेग चुनावी हिंसा का शिकार हुए। इनमें तृणमूल के 8, वाममोर्चा के 2, भाजपा और कांग्रेस के एक-एक लोग और 2 आम व्यक्तियों की मौत हुई। चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, चुनाव के दिन ​हिंसा में 7 लोगों की मौत हुई। शाम 5 बजे तक कुल 66.28% मतदान हुआ।
बैलट बॉक्स में ताेड़फोड़, धमकाया गया वोटरों को
कई इलाकों में बैलट बॉक्स में तोड़फोड़ व मतदाताओं को धमकाने के साथ ही बैलट बॉक्स में आगजनी की घटनाएं हुईं। कूचबिहार के दिनहाटा में बारविटा गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल के बूथ में बैलट बॉक्स में तोड़फोड़ और बैलट पेपर में आगजनी की गयी। वहीं बर्नाचिना इलाके के एक बूथ में स्थानीय लोगों द्वारा बैलट पेपर के साथ बैलट बॉक्स में आगजनी की गयी। लोगों का आरोप था कि यहां फॉल्स वोटिंग करायी जा रही थी। कई स्थानों पर केंद्रीय वाहिनी की तैनाती की मांग पर लोगों ने प्रदर्शन किया। नंदीग्राम में महिला मतदाताओं ने केंद्रीय वाहिनी की तैनाती की मांग पर हाथों में जहर लेकर पुलिस अधिकारी का घेराव किया। चुनाव के लिये केंद्रीय बलों की 600 कंपनियों के साथ ही लगभग 70,000 राज्य पुलिस की तैनाती की गयी थी।
इन जगहों पर अधिक हुई हिंसा
मुर्शिदाबाद, नदिया और कूचबिहार के अलावा दक्षिण 24 परगना के भांगड़ और पूर्व मिदनापुर के नंदीग्राम में हिंसा की तस्वीरें अधिक देखने को मिलीं।
5.67 करोड़ लोगों ने तय किया भविष्य
सुबह 7 बजे 73,887 सीटों पर चुनाव हुआ जिसमें 5.67 कराेड़ लोगों ने लगभग 2.06 लाख उम्मीदवारों का भविष्य तय किया। शाम 5 बजे तक 66.28% लोग मतदान के लिये आये। चुनाव आयोग की ओर से बताया गया कि आज यानी रविवार को स्क्रूटिनी की जायेगी और जरूरत पड़ने पर पुर्नमतदान किया जा सकता है।
एक नजर इस पर
22 जिलों में 63,229 ग्राम पंचायत सीटों और 9,730 पंचायत समिति की सीटों पर वोटिंग हुई जबकि 20 जिलों की 928 जिला परिषद सीटों पर मतदान किया गया। दार्जिलिंग और कालिम्पोंग में दो स्तरीय प्रणाली है क्योंकि यहां जीटीए और सिलीगुड़ी सब-डिविजनल काउंसिल सबसे ऊपर है।
किस पार्टी के कितने उम्मीदवार
सत्ताधारी तृणमूल ने जिला परिषद की 928 सीटों, पंचायत समिति की 9,419 सीटों और ग्राम पंचायत की 61,591 सीटों पर चुनाव लड़ा। वहीं भाजपा ने 897 जिला परिषद, 7,032 पंचायत समिति और 38,475 ग्राम पंचायत सीटों पर लड़ाई की। माकपा ने 747 जिला परिषद, 6,752 पंचायत समिति और 35,411 ग्राम पंचायत की सीटों पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस ने 644 जिला परिषद, 2,197 पंचायत समिति और 11,744 ग्राम पंचायत की सीटों पर चुनाव लड़ा।

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