कोलकाता : सुबह-सुबह का समय बहुत अच्छा माना जाता है। हिंदू धर्म और ज्योतिष शास्त्र में सुबह किए जाने वाले कुछ काम बहुत शुभ माने गए हैं। शास्त्रों में ब्रह्म मुहूर्त का खास महत्व बताया गया है, जब रात का अंधकार हटने वाला होता है तो उस समय को ब्रह्म मुहूर्त कहा जाता है। ये सुबह 4 बजे से लेकर 5:30 बजे तक का समय होता है। इस समय किए जाने वाले कुछ कार्यों के बेहद सकारात्मक परिणाम मिलते हैं।
माना जाता है कि ब्रह्म मुहूर्त में किए गए कुछ काम व्यक्ति को जीवन में सफलता दिलाते हैं। इस समय की गई पूजा से देवी-देवताओं की कृपा बरसाती है। शास्त्रों के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त के अर्थ में ब्रह्म मतलब परमात्मा और मुहूर्त का अर्थ होता है समय, यानी ब्रह्म मुहूर्त को परमात्मा का समय माना गया है।
ब्रह्म मुहूर्त काल के समय सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बहुत ज्यादा होता है। माना जाता है कि इस समय देवी-देवता स्वयं धरती पर आते हैं। इसलिए इस समय की गई पूजा से विशेष लाभ मिलता है। जानते हैं कि ब्रह्म मुहूर्त के कौन सा काम करना शुभ माना जाता है।
ब्रह्म मुहूर्त में करें ये काम
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति को ब्रह्म मुहूर्त के समय उठकर ध्यान लगाना चाहिए।
- ब्रह्म मुहूर्त ऐसा समय होता है, जब वातावरण में पूर्ण रूप से शांति होती है। यह समय ध्यान और योग के लिए उत्तम माना जाता है।
- इस समय मन बिल्कुल शांत रहता है और मन में कोई नकारात्मक भावना नहीं आती है। इस समय व्यक्ति को किसी तरह का तनाव नहीं रहता है।
- ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के बाद पूजा-पाठ करनी चाहिए। भगवान की उपासना के लिए यह समय सर्वश्रेष्ठ होता है। इस समय पूजा करने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलते हैं।
- ब्रह्म मुहूर्त का समय पाठन के लिए अति उत्तम होता है। छात्रों के लिए यह समय बहुत उपयोगी माना गया है। माना जाता है कि इस समय पढ़ाई करने से व्यक्ति को चीजें लंबे समय तक याद रहती हैं।
- ब्रह्ममुहूर्त में उठ कर मंत्रों का जाप करने से इसके प्रभाव शीघ्र देखने को मिलते हैं ।।
- करागे वसति लक्ष्मी, करमध्ये सरस्वती। कर मूले स्थितो ब्रह्मा, प्रभाते कर दर्शनम्॥ सुबह-सुबह इस मंत्र को पढ़ते हुए दोनों हाथों को जोड़ कर देखना चाहिए। इससे दिन की शुरुआत सकारात्मक ऊर्जा के साथ होती है।