इंदिरा एकादशी 2024: पितृ पक्ष में पड़ने वाली इस एकादशी का महत्व और पूजा विधि | Sanmarg

इंदिरा एकादशी 2024: पितृ पक्ष में पड़ने वाली इस एकादशी का महत्व और पूजा विधि

नई दिल्ली: इंदिरा एकादशी का व्रत पितृ पक्ष में आने वाली एकादशी है, जिसे विशेष रूप से शुभ माना जाता है। इस वर्ष यह एकादशी 28 सितंबर, 2023 (शनिवार) को मनाई जाएगी। पंचांग के अनुसार, यह तिथि 27 सितंबर को दोपहर 1:20 बजे से शुरू होकर 28 सितंबर को दोपहर 2:49 बजे तक रहेगी। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का महत्व और भी बढ़ जाता है, क्योंकि इसे पितरों की शांति और मोक्ष की कामना के लिए किया जाता है।

पूजा की विधि

  1. स्नान और संकल्प: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें।
  2. वस्त्र: स्वच्छ वस्त्र धारण करें, preferably पीले रंग के, जो भगवान विष्णु को प्रिय है।
  3. पूजा चौकी: एक चौकी पर भगवान विष्णु की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
  4. पौधों और फल: पूजा में पीले फल, पीली मिठाई, पीले फूल और तुलसी की पत्तियाँ रखें।
  5. दीप जलाना: भगवान के समक्ष दीया जलाएं और अक्षत एवं माला अर्पित करें।
  6. मंत्र जाप: विष्णु मंत्र का जाप करें और इंदिरा एकादशी की कथा पढ़ें।
  7. आरती: अंत में आरती करें और अपनी श्रद्धा के साथ पूजा संपन्न करें।

इंदिरा एकादशी का पारण 29 सितंबर, 2023 (रविवार) को सुबह 6:13 बजे से 8:36 बजे के बीच किया जा सकता है। इस दिन भगवान विष्णु की भक्ति करने से व्यक्ति के कष्ट दूर होते हैं और जीवन में सुख-शांति का अनुभव होता है। इस पवित्र अवसर पर, अपने पितरों को श्रद्धांजलि देने का भी एक विशेष महत्व है।

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