कोलकाता : बदलते मौसम में श्वसन तंत्र के संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा होता है। इस मौसम के दौरान रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने वाले लोगों के बीमार पड़ने का खतरा सबसे अधिक होता है। महानगर में इन दिनों एडिनोवायरस से होने वाली बीमारियां और चिकनपॉक्स संक्रमण लोगों को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। इस वायरस से पीड़ित लोगों में बुखार, सर्दी, सांस लेने में परेशानी जैसे लक्षण दिखाई दे रही हैं। डॉ. सुशील अग्रवाल ने बताया कि मार्च के मध्य में मौसम में हुए बदलाव वायरल बीमारियों के एक प्रमुख कारण है। वायरल इंफेक्शन से ग्रसित बच्चों में बुखार और सिर दर्द की शिकायत सबसे ज्यादा पाई जा रही है। डॉ. प्रसून घोष ने बताया कि आम तौर पर एडिनोवायरस शरीर की श्वसन प्रक्रिया को प्रभावित करता है। इस दौरान खांसी, गले की खराश आम शिकायतें होती है। हालांकि, जिन बच्चों को पहले कभी पॉक्स नहीं हुआ है उन्हें चिकनपॉक्स होने का खतरा होता है। फोर्टिस अस्पताल के डॉ. जयदीप घोष ने बताया कि मौसम में बदलाव आने के कारण छोटे बच्चे एवं उम्रदराज लोग जिनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी होती है, उनके बीमार होने का सबसे अधिक भय होता है। वहीं इन बीमारियों का दूसरे के संपर्क में आने से फैलने का भी भय होता है। हाल ही संपन्न होली के त्योहार के बाद बीमारी से ग्रसित लोगों की संख्या में वृद्धि हुई है। मणिपाल हॉस्पिटल के डॉ. दीपांकर सरकार ने बताया कि रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, इन्फ्लुएंजा और चिकिनपॉक्स के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है।
ऐसे करें खुद का बचाव
अगर आप खुद को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो पानी का सेवन करें। पानी पीने से शरीर का तापमान सही बना रहता है और संक्रमण होने का खतरा कम रहता है। बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए फ्रूट जूस दे। अगर आपके घर, स्कूल या कार्यालय में कोई खांसी या बुखार से पीड़ित है तो ऐसे व्यक्ति से दूर रहें। वायरल फीवर में मरीज द्वारा खांसने और छींकने से संक्रमण अन्य लोगों तक भी पहुंच सकता है। पौष्टिक आहार का सेवन करें और खान-पान का पूरा ध्यान रखें। पौष्टिक आहार का सेवन करने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है। हानिकारक भोजन और सोडा, चिप्स, चॉकलेट कुकीज जैसे स्नैक्स का सेवन सीमित करें।