नई दिल्ली : भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर बीते कुछ दिनों से स्पेस में फंसे हुए हैं। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर एक सप्ताह बिताने के बाद दोनों अंतरिक्ष यात्री धरती पर आ रहे थे। इसी दौरान उनके विमान बोइंग स्टारलाइनर में खराबी आ गई और वे अंतरिक्ष में फंस गए। इन दोनों अंतरिक्ष यात्री को वापस आने में अब महीनों का समय लग सकता है, क्योंकि अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा इस मिशन का समय बढ़ाने पर विचार कर रहा है।
स्टारलाइनर मिशन की समय सीमा बढ़ाने की तैयारी
एक रिपोर्ट के अनुसार नासा के एक अधिकारी स्टीव स्टिच ने शुक्रवार (28 जून) को बताया कि अमेरिकी स्पेस एजेंसी स्टारलाइनर मिशन की अवधि 45 दिनों से बढ़ाकर 90 दिन करने पर विचार कर रही है। उन्होंने बताया कि विमान बोइंग स्टारलाइनर की वापसी की कोई निश्चित तारीख अभी तक तय नहीं हुई है। नासा के अधिकारी ने स्टीव स्टिच ने बताया, “हम न्यू मैक्सिको में हो रहे एक परीक्षण की समय सीमा फर फोकस किए हुए है और फिर हम उसके डेटा की समीक्षा करेंगे। यही सबसे बड़ी चुनौती है, जो लैंडिंग की तारीख तय करेगी।”
न्यू मैक्सिको में नासा कर रहा परीक्षण
रिपोर्ट के मुताबिक न्यू मैक्सिको में बोइंग और नासा परीक्षण कर यह समझने की कोशिश कर रहें हैं कि आखिर स्टारलाइनर अपनी यात्रा के पहले चरण के दौरान ही क्यों विफल रहे। एक अन्य अधिकारी मार्क नप्पी ने बताया कि इंजीनियर अभी भी स्टारलाइनर की खराबियों के पीछे के कारणों को जानने में जुटे हुए हैं। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि नासा इस मिशन की अवधि अधिकतम 90 दिनों के लिए बढ़ाएगा या नहीं। स्टीव स्टिच ने बताया कि इस मिशन को कितने दिनों के लिए बढ़ाया जा सकता है इसके लिए अधिकारियों के यह ध्यान रखना होगा कि स्टारलाइनर की बैटरी लाइफ कितनी बची हुई है। हालांकि उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष स्टेशन पर बैटरियों को रिचार्ज किया जा रहा है, लेकिन उन्हें 90 दिनों के बाद उसी तरह काम करना चाहिए जैसे वे पहले 45 दिनों में काम करेंगे।