सिक्किम: बादल फटने की वजह से तबाही आई है। ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटने से तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई। इसमें सेना के 30 जवान के लापता होने की ख़बर हैं। इसके बाद से जवानों की तलाश शुरू हो गई है। प्रशासन की ओर से लोगों को अलर्ट रहने को कहा गया है।
मेल्ली में नेशनल हाईवे 10 बह गया- सीएम
मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग प्राकृतिक आपदा के बाद मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया। बता दें कि इस हादसे में घाटी में कुछ सैन्य प्रतिष्ठान के प्रभावित होने की ख़बर है। तीस्ता नदी में आई बाढ़ से मेल्ली में नेशनल हाईवे 10 बह गया। कई जगहों पर नुकसान की खबर है। नदी से सटे इलाके को खाली करा लिए गए है। वहीं, पश्चिम बंगाल सरकार भी अलर्ट मोड पर है। सिक्किम गैंगटॉक से टूरिस्टों को रेस्क्यू किया जा रहा है, जो हाई अल्टीट्यूड माउंटेन इलाके में फंसे हुए हैं।
‘कई सैन्य भवन को पहुंचा नुकसान’
गवाहाटी डिफेंस के प्रवक्ता ने कहा कि उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटने से लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई। उन्होंने कहा कि घाटी में कुछ सैन्य प्रतिष्ठान प्रभावित हुए हैं। 23 कर्मियों के लापता होने की सूचना है और तलाशी अभियान जारी है। लाचेन घाटी के तीस्ता नदी में बाढ़ आई थी। घाटी में स्थित कई सैन्य भवन बाढ़ में बह गए। 23 जवानों के अलावा कई और लोगों के लापता होने की खबर है।
बीजेपी नेता उग्येन शेरिंग ग्यात्सो भूटिया ने घटना को लेकर कहा कि सरकारी हर तरह से लोगों की जान बचाने की कोशिश कर रही है जिसकी रिपोर्ट आनी बाकी है। किसी जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है लेकिन सिंगतम में सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। कुछ लोगों के गायब होने की सूचना है जिन्हें ढूंढने की कोशिश चल रही है।