नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने भारत रत्न के लिए 3 और नये नामों का ऐलान किया है। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पूर्व पीएम नरसिम्हा राव और वैज्ञानिक स्वामीनाथन को भारत रत्न देने का ऐलान किया है। पिछले कुछ महीनों में सरकार ने पांच लोगों को भारत रत्न देने का ऐलान किया है। इनसे पहले लाल कृष्ण आडवाणी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भी भारत रत्न देने का ऐलान किया गया था। अब केंद्र सरकार ने दो पूर्व प्रधानमंत्रियों और एक वैज्ञानिक को देश के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित करने का ऐलान किया है।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी जानकारी
पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव और वैज्ञानिक स्वामीनाथ को भारत रत्न देने का ऐलान पीएम मोदी ने किया। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से इस बारे में जानकारी दी।
It is a matter of immense joy that the Government of India is conferring the Bharat Ratna on Dr. MS Swaminathan Ji, in recognition of his monumental contributions to our nation in agriculture and farmers’ welfare. He played a pivotal role in helping India achieve self-reliance in… pic.twitter.com/OyxFxPeQjZ
— Narendra Modi (@narendramodi) February 9, 2024
उन्होंने शुक्रवार को एक्स पर लिखा कि, पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान देने वाले एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। पीएम मोदी ने सबसे पहले ट्वीट कर जानकारी दी कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा।
Delighted to share that our former Prime Minister, Shri PV Narasimha Rao Garu, will be honoured with the Bharat Ratna.
As a distinguished scholar and statesman, Narasimha Rao Garu served India extensively in various capacities. He is equally remembered for the work he did as… pic.twitter.com/lihdk2BzDU
— Narendra Modi (@narendramodi) February 9, 2024
पीएम मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा, “हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है। उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की। वे आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे। हमारे किसान भाई-बहनों के लिए उनका समर्पण भाव और इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश को प्रेरित करने वाली है।”